Kangra: पूर्व विधायक काे श्रद्धांजलि के साथ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, विपक्ष ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति
punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 12:03 PM (IST)
धर्मशाला (तपोवन): हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तपोवन (धर्मशाला) में आगाज हो गया है। 5 दिसम्बर तक चलने वाले इस सत्र की शुरुआत बिलासपुर सदर से पूर्व विधायक बाबू राम गौतम को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में शोकोद्गार प्रस्ताव पेश किया, जिस पर सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने दिवंगत आत्मा को नमन किया।
शोकोद्गार के तुरंत बाद सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होगी। इसके पश्चात राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा मंजूर किए गए विधेयकों को सदन के पटल पर रखा जाएगा। विधायी कार्यों के तहत लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश नगर निगम (संशोधन) अध्यादेश-2025 पेश करेंगे। वहीं, भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार होली-उतराला सड़क को नैशनल हाईवे घोषित करने की मांग सदन में उठाएंगे।
सदन में जनहित से जुड़े अहम मुद्दों पर भी चर्चा प्रस्तावित है। प्रश्नकाल के बाद सड़क हादसों में जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को मिलने वाली अनुदान राशि बढ़ाने से जुड़ा प्रस्ताव रखा जाएगा। कार्यवाही के अंत में, प्रदेश में आई आपदा और प्रभावितों को पेश आ रही दिक्कतों पर नियम-62 के तहत चर्चा होगी। यह चर्चा कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया और भाजपा विधायक राकेश जम्वाल द्वारा मांगी गई है।

विपक्ष पूरी आक्रामकता के साथ जनता के मुद्दे उठाएगा : जयराम ठाकुर
सत्र शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की गई। जयराम ठाकुर ने स्पष्ट किया कि विपक्ष पूरी आक्रामकता के साथ जनता के मुद्दे उठाएगा। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। हम बिगड़ी कानून व्यवस्था, पंचायत चुनावों को लेकर चुनाव आयोग से टकराव, शिक्षण संस्थानों में बढ़ते नशे और खराब वित्तीय प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सरकार को बेनकाब करेंगे। भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने भी प्रदेश में बढ़ते अपराध और नशे के नैटवर्क पर विशेष चर्चा की मांग की है।
डिप्टी स्पीकर का चुनाव और सत्र की रूपरेखा
इस बार का शीतकालीन सत्र अब तक का सबसे लंबा सत्र बताया जा रहा है, जिसमें कुल 8 बैठकें होंगी। इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव भी संभव है, क्योंकि पूर्व उपाध्यक्ष विनय कुमार के इस्तीफा देने के बाद से यह पद खाली है। सत्र के दौरान कुल 744 सवाल पूछे जाएंगे। इसके अलावा 28 नवम्बर और 4 दिसम्बर को प्राइवेट मैंबर डे निर्धारित किया गया है, जिस दिन विधायक अपने-अपने क्षेत्र और प्रदेश से जुड़े अहम मसले सदन में उठा सकेंगे।

