लाइब्रेरी में कौन सी किताब कहां पर है पड़ी, एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी

punjabkesari.in Tuesday, Oct 22, 2019 - 10:33 AM (IST)

शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) की मुख्य लाइब्रेरी में रेडियो फ्रिक्वैंसी आइडैंटिफिकेशन (आर.एफ.आई.डी.) मैनेजमैंट सिस्टम स्थापित होगा। इस सिस्टम को स्थापित करने के लिए कवायद तेज कर दी है। इस सिस्टम के स्थापित होने पर बिना अनुमति के विद्यार्थी पुस्तकें लाइब्रेरी के बाहर नहीं ले जा सकेंगे। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की मुख्य लाइब्रेरी में रखी सभी पुस्तकें रेडियो फ्रिक्वैंसी आई.डी. से लैस होंगी।

रेडियो फ्रिक्वैंसी आइडैंटिफिकेशन मैनेजमैंट सिस्टम स्थापित होने पर मुख्य लाइब्रेरी की पूरी व्यवस्था फुलप्रूफ होगी। यदि कोई बिना पंजीकरण या बिना अनुमति के लाइबे्ररी से किताबें बाहर लेकर जा रहा होगा, इसका पता तुरंत लाइब्रेरी के कर्मचारियों व अधिकारियों को पता चल जाएगा और उनके पास इसका अलर्ट आ जाएगा। विश्वविद्यालय के मुख्य लाइब्रेरी में रखी करीब डेढ़ लाख पुस्तकों पर रेडियो फ्रिक्वैंसी आई.डी. लगाया जाएगा। इससे यदि कोई पुस्तक उचित तरीके से लाइब्रेरी से विद्यार्थियों को जारी नहीं होगी तो वे लाइब्रेरी के मुख्य गेट पर ट्रेस हो जाएगी।

इस सिस्टम के तहत विशेष तौर पर गेट लगाए जाएंगे, जिससे यह स्वत: पता लगाया जा सकेगा कि जो पुस्तक विद्यार्थी को जारी हुई वे उचित माध्यम से हुई है या नहीं। गेट पर चैक इन व चैक आऊट पर इस सिस्टम के जरिए पूरी नजर रखी जाएगी। इस सिस्टम को स्थापित करने के लिए और योजना सिरे चढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन ने टैंडर आमंत्रित कर दिए हैं। टैंडर 16 नवम्बर को खुलेंगे। विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी के कम्प्यूटराइज्ड व डिजिटाइज्ड होने पर एक क्लिक पर पता चल जाएगा कि कौन सी किताब कहां पर पड़ी है। इस व्यवस्था से लाइब्रेरी में किताबें ढूंढनी नहीं पड़ेंगी और कम्प्यूटर पर एक क्लिक कर किताब का पता चल जाएगा।

इसके अलावा डिजिटलाइजेशन का कार्य पूरा होने पर लाइब्रेरी के सदस्य विद्याॢथयों को इलैक्ट्रॉनिक कार्ड जारी किया जाएगा। इस कार्ड की मद्द से ही लाइब्रेरी के सदस्य विद्यार्थी ही अंदर प्रवेश कर सकेंगे। इसके अलावा लाइब्रेरी में किताबें जारी करवाने के लिए भी यह कार्ड जरूरी होगा।


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Edited By

Simpy Khanna

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