गोविंद सागर झील में शुरू हुई वाटर स्पोर्टस गतिविधियां, कृषि मंत्री ने खुद किया ट्रायल का आगाज

punjabkesari.in Thursday, Sep 16, 2021 - 03:20 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : जिला के बंगाणा उपमंडल के तहत गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्टस गतिविधियों को लेकर कदमताल तेज हो गई। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में साहसिक खेलों के क्षेत्र में एक कदम और बढ़ाते हुए जल क्रीड़ाओं के ट्रायल शुरू किए गए। स्थानीय विधायक और प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने खुद पहले ट्रायल में मोटर बोट की सवारी की। इसके अलावा गोविंद सागर झील में पैडल बोटिंग, वाटर स्कूटर और स्कीइंग जैसे खेलों के भी ट्रायल आयोजित किए गए। पर्यटन विभाग की ही सहायता से यहां पैराग्लाइडिंग का सफल ट्राइल पहले ही किया जा चुका है। अब वाटर स्पोट्र्स को तकनीकी कमेटी की हरी झंडी मिलने के बाद इस क्षेत्र में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने की तरफ कदम बढ़ाया जा रहा है। 

गोविंद सागर झील में वीरवार को साहसिक खेलों के क्रम में वाटर स्पोट्र्स का पहला ट्रायल आयोजित किया गया। इस दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री और स्थानीय विधायक वीरेंद्र कंवर ने ट्रायल में भाग लेकर इन खेलों को गोविंद सागर झील में विधिवत रूप से शुरू करने की तरफ इशारा किया। वीरवार को हुए ट्रायल में मोटर बोट की सवारी के साथ-साथ पैडल बोटिंग, वाटर स्कूटर और स्कीइंग के भी ट्रायल आयोजित किए गए। इस मौके पर कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पहली बार कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बनने के बाद से ही विधानसभा क्षेत्र में साहसिक खेलों को स्थापित करने का उनका लक्ष्य  रहा है। इस दिशा में समय≤ पर प्रयास भी किए गए। लेकिन अब जब भाजपा प्रदेश की सत्ता पर काबिज है तो जनता के हित में किए जाने वाले सभी कार्यों को धरातल पर उतारा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इसी विधानसभा क्षेत्र में पहले पैराग्लाइडिंग का सफल ट्रायल हो चुका है। अब यहां पर वाटर स्पोट्र्स को विधिवत तरीके से स्थापित किया जाएगा। जिससे यहां पर साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार भी उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन को सफल ट्रायल के लिए बधाई भी दी। कृषि मंत्री ने कहा कि यहां पर पर्यटन विकास के साथ-साथ साहसिक खेलों के लिए अपार संभावनाएं मौजूद हैं। इन सभी संभावनाओं का पूरी तरह दोहन करते हुए क्षेत्र का विकास सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही यहां पर वाटर स्पोट्र्स हेल्पर की स्थापना की जाएगी जिसके लिए प्रदेश सरकार से 1 करोड़ रुपए से अधिक का बजट भी मिल चुका है। जिला प्रशासन पर्यटन विभाग संयुक्त रूप से इस दिशा में काम करते हुए जल्द इस सेंटर को मूर्त रूप देंगे। ताकि यहां पर खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था की जा सके।
 


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Content Writer

prashant sharma

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