नगर निगम शिमला के हाऊस में हंगामा, जानिए कांग्रेस व भाजपा पार्षदों के बीच क्यों हुई तीखी नोक-झोंक
punjabkesari.in Tuesday, Dec 28, 2021 - 06:28 PM (IST)

शिमला (वंदना): वर्ष 2021 की नगर निगम की अंतिम मासिक बैठक पूरी तरह से हंगामे की भेंट चढ़ गई। कांग्रेस व भाजपा पार्षदों की तीखी नोक-झोंक के चलते हाऊस को स्थगित कर करना पड़ा। इसके चलते एजैंडे पर सदन में चर्चा नहीं हो सकी है यानी वार्डों में किन विकास कार्यों को अगले कुछ महीनों में पूरा करना है, इस पर फोकस की बजाय पार्षद अपनी राजनीति चमकाने में जुट गए हैं। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही शांतिविहार वार्ड से कांग्रेसी पार्षद शारदा चौहान ने कहा कि उनके वार्ड में एम्बुलैंस रोड, सामुदायिक भवन, ई-टॉयलेट समेत कई अन्य विकास कार्य 2019 से लंबित पड़े हैं। टैंडर होने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया जबकि उनके वार्ड से ही सरकार द्वारा मनोनीत पार्षद के काम धड़ाधड़ नगर निगम प्रशासन कर रहा है जो बिल्कुल गलत है। पार्षद ने प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। इस दौरान पार्षद जमकर मनोनीत पार्षद पर भड़की। पार्षद ने मनोनीत पार्षद पर उनके वार्ड में हस्तक्षेप करने को आरोप लगाया। इस दौरान अन्य कांग्रेसी पार्षदों ने भी इस मसले पर प्रशासन को घेरा। देखते ही देखते कांग्रेस व भाजपा पार्षद मामले को लेकर आमने-सामने आ गए और सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया।
सदन में धरने पर बैठे कांग्रेसी पार्षद
मेयर सत्या कौंडल ने पार्षदों को शांति से बैठकर मामले पर चर्चा करने का आग्रह किया लेकिन मामला अधिक बढ़ गया। इस बीच मेयर ने हाऊस को स्थगित किया और कुर्सी से उठकर सदन से बाहर चली गईं। इसके साथ नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली समेत अन्य अधिकारी भी सदन से बाहर चले गए लेकिन इसके बाद भी सदन में कांग्रेस व भाजपा पार्षद आपस में भिड़ते रहे और कांग्रेस पार्षद विरोधस्वरूप सदन में नीचे धरने पर बैठ गए। वहीं इस बीच सदन में मनोनीत पार्षद दीपक शर्मा, सुखविंदर सिंह व अन्य भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस पार्षद पर आरोप लगाया कि जनता द्वारा चुने प्रतिनिधि वार्डों में मनोनीत पार्षदों को काम नहीं करने दे रहे हैं, जो मनोनीत पार्षद काम कर रहे हैं उनके काम में दखलअंदाजी पार्षद कर रहे हैं। वहीं भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस पार्षद शारदा चौहान पर बदतमीजी करने का आरोप लगाया, साथ ही सदन की गरिमा का ध्यान रखने की नसीहत भी दी। इसको लेकर भी कांग्रेस व भाजपा पार्षदों में जमकर नोक-झोंक हुई।
पार्षद बोले-मेयर से मांग रहे थे जवाब, मेयर उठकर बाहर चली गईं
इस दौरान कांग्रेसी पार्षद शारदा चौहान, दिवाकर देव, राकेश चौहान, तनुजा चौधरी, कुसमलता, रीता ठाकुर, आनंद कौशल, इंद्रजीत सिंह अन्य पार्षद जमीन पर धरने पर बैठ गए। पार्षदों का कहना था कि प्रशासन जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि के कार्यों को तरजीह नहीं दे रहा है जबकि मनोनीत पार्षद के कामों को प्राथमिकता दी जा रही है। भाजपा शासित नगर निगम कांग्रेसी पार्षदों के साथ भेदभाव कर रहा है, जो तर्कसंगत नहीं है। पार्षद दिवाकर देव शर्मा, राकेश चौहान ने आरोप लगाया कि मेयर बिना हाऊस को स्थगित किए ही कुर्सी से उठकर बाहर चली गईं, जबकि कांग्रेसी पार्षद मेयर से जवाब मांग रहे थे। मेयर को सदन की कार्रवाई को बीच में छोड़कर नहीं जाना चाहिए था। मेयर को इस मुद्दे पर जवाब देना होगा। करीब पौना घंटा इंतजार करने के बाद भी मेयर जब वापस नहीं लौटीं तो पार्षद धरने से उठे और सदन से बाहर चले गए। हालांकि कई भाजपा पार्षद मेयर को मनाने भी गए लेकिन वह लौटकर सदन में नहीं आईं।
कूड़े और पानी के मुद्दे पर भी गर्माया सदन
नगर निगम की बैठक में कूड़े और पानी के मुद्दे पर भी पार्षदों ने सदन को घेरा। पार्षदों ने कहा कि पर्यटन सीजन चल रहा है और वार्डों में समय से कूड़ा नहीं उठ रहा है। शाम 4 बजे तक कूड़े की गाड़ियां आती हैं तब तक वार्डों में कुत्ते और बंदर गंदगी फैला देते हैं, जिससे वार्डों में सफाई व्यवस्था बिगड़ी जा रही है। बालूगंज वार्ड की पार्षद किरण बावा ने कहा कि उनके वार्ड में कूड़ा समय पर नहीं उठ रहा है। इसके अलावा इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मालरोड से शाम को कूड़ा उठाया जा रहा है, जिस बड़े गारबेज वाहन में कूड़ा उठाया जा रहा है उससे कूड़ा बाहर सड़क पर गिर रहा है जबकि शाम के समय पर मालरोड पर अधिक संख्या पर पर्यटक घूमने आते हैं, ऐसे में इस व्यवस्था को बदला जाए। वहीं पार्षद सुनील धर ने कहा कि सर्कुलर रोड पर बड़े-बड़े होटल हैं, यहां से भी समय पर कूड़ा नहीं उठ रहा है। पार्षदों ने प्रशासन से सफाई व्यवस्था को सुधारने की मांग की। इस पर आयुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत 34 गारबेज वाहन खरीदे जा रहे हैं। इसके लिए दोबारा से टैंडर कर दिए गए हैं, वाहनों के आने के बाद ही वार्डों से समय से कूड़ा उठ सकेगा। वहीं शहर में पानी की आपूर्ति सामान्य नहीं होने को लेकर भी पार्षद ने कंपनी प्रबंधन को घेरा, टुटू मज्याठ वार्ड में जल प्रबंधन कंपनी की ओर से अतिरिक्त पानी देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक वार्ड में अतिरिक्त पानी कंपनी की ओर से नहीं मिल रहा है। इसको लेकर भी पार्षद दिवाकर देव शर्मा ने कंपनी अधिकारियों से जवाब तलब किया। इस दौरान सदन काफी गर्माया रहा।
कबाड़ की रिपोर्ट पेश न करने पर भड़के पार्षद
जल प्रबंधन कंपनी की ओर से करोड़ों रुपए का कबाड़ बेचने के मामले की रिपोर्ट सदन में पेश नहीं करने पर भी पार्षदों ने अधिकारियों को घेरा। पार्षद दिवाकर देव शर्मा और राकेश चौहान ने कहा कि कंपनी से मामले को लेकर रिपोर्ट मांगी गई थी लेकिन अब तक इसकी जांच रिपोर्ट को सदन में पेश नहीं किया गया है। कंपनी ने 2 साल पहले निगम का करोड़ों रुपए का कबाड़ गुपचुप तरीके से बेच दिया था, जिस पर जांच बिठाई गई थी लेकिन आज तक इसकी रिपोर्ट को हाऊस में पेश नहीं किया गया है।
सार्वजनिक टॉयलेट की मुरम्मत से लोग परेशान : इंद्रजीत सिंह
लोअर बाजार वार्ड से पार्षद इंद्रजीत सिंह ने सदन में प्रशासन को घेरते हुए कहा कि उनके वार्ड में के 3 सार्वजनिक टॉयलेट की मुरम्मत की जा रही है। इससे दुकानदारों, ढाबों और होटलों में काम करने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पार्षद ने प्रशासन पर बिना उन्हें सूचित किए सभी टॉयलेट की रिपेयर एक साथ शुरू कर दी है, जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस पर आयुक्त ने कहा कि जल्द ही कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा।
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