सोलन के सबसे पुराने स्कूल में इस असुविधा से जूझ रहे थे छात्र, फरिश्ता बनकर पहुंचा ये दल

punjabkesari.in Friday, Jul 20, 2018 - 02:33 PM (IST)

सोलन (चिनमय): सोलन शहर का सबसे पुराना सरकारी पुंजविला स्कूल है। यह शहर के बीचोंबीच ठोडो मैदान के समीप स्थित है। इस स्कूल में ज्यादातर गरीब बच्चे पड़ते हैं और ठंड हो या गर्मी उन्हें निजी स्कूलों की तरह बैठने को बैंच नहीं मिलते बल्कि उन्हें टाट पर बैठना पड़ता है, जिसके चलते बच्चों को कई बीमारियों से जूझना पड़ता है। बच्चों को हो रही असुविधा की खबर जब मां शूलिनी सेवा दल को मिली तो उसने बच्चों को बैठने के लिए बैंच प्रदान कर उन्हें टाट से मुक्ति दिलाई। बैंच पाकर स्कूल के बच्चों में खुशी की लहर देखने को मिली।
PunjabKesari
मां शूलिनी सेवा दल के अध्यक्ष सुशील चौधरी ने बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला कि गरीब बच्चों को स्कूल में टाटों पर बिठाया जा रहा है, जिसकी वजह से बच्चे बिमार भी पड़ रहे हैं तो उन्होंने स्कूल को बैंच प्रदान किए ताकि बच्चों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि वह इसी तरह पिछले कई वर्षों से  जिला सोलन के कई स्कूलों में बैंच और जरूरी समान प्रदान कर रहे हैं ताकि बच्चे बिना किसी असुविधा के अपनी शिक्षा पूरी कर सकें।
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vijay

Recommended News

Related News