Weather Update: मंगलवार को भारी बारिश व तेज हवाएं चलने का यैलो अलर्ट
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 10:18 PM (IST)

शिमला (संतोष): राज्य की ऊंची चोटियां बर्फ से लकदक हो उठी हैं। लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा की पहाड़ियों पर ताजा हिमपात हुआ है। रविवार रात्रि को गोंदला में 5, हंसा में 5, केलांग में 4 सैंटीमीटर बर्फ रिकार्ड की गई है, जबकि सोमवार को केलांग में 4 सैंटीमीटर, चम्बा के मणिमहेश, कुगती व होली में 2-2 सैंटीमीटर ताजा हिमपात हुआ है। सर्वाधिक बर्फबारी लाहौल-स्पीति के केलांग व हंसा में हुई है। रोहतांग दर्रा, अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल, दारचा, जिस्पा और सैवन सिस्टर पीक में भी ताजा बर्फबारी हुई है। बारालाचा, शिंकुला व कुंजम दर्रा समेत ऊंची चोटियां भी सफेद हो गईं है। पांगी-चंबा वाया सचे जोत मार्ग पर बर्फबारी के बाद पांगी का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। बर्फबारी के बाद पूरा पांगी क्षेत्र और अन्य इलाके शीतलहर की चपेट में आ गए हैं। इस पहली बर्फबारी से न केवल ठंडक बढ़ गई, अपितु लोगों को घरों में रहने को विवश कर दिया।
कहां कितनी हुई बारिश
सोमवार को राजधानी शिमला में 19, सुंदरनगर व भुंतर में 14-14, कल्पा 12.8, धर्मशाला में 12, नाहन में 25.2, सोलन में 26.4, मनाली में 24, कांगड़ा व मंडी में 13-13, जुब्बड़हट्टी में 10, कुफरी में 14.5, नारकंडा में 17.5, भरमौर में 25.4, रिकांगपिओ में 12, सेओबाग में 12.5 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि रविवार रात्रि को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई है। मुरानी देवी, जोत, शिमला, सुंदरनगर, पालमपुर व कांगड़ा में मेघगर्जन, जबकि नेरी व नारकंडा में 57-57, कुफरी में 52, बजौरा व रिकांगपिओ में 50-50, ताबो व कोटखाई में 41-41 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।
आज यैलो अलर्ट, फिर साफ रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज, बिजली व 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार से कोई अलर्ट नहीं है, अपितु इस दिन एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावनाएं हैं, जबकि गुरुवार से समूचे प्रदेश में मौसम पूरी तरह से साफ व शुष्क रहने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डा. कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आगामी 24 घंटों के दौरान निचले पहाड़ी व मध्य क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में 2 से 4 डिग्री सैल्सियस गिरने की संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि अक्तूबर माह में सामान्य से अधिक बारिश रिकार्ड की जा रही है।