शिमला के लाल का जलवा: फ्लाइट लेफ्टिनेंट अर्शवीर को वीरचक्र, ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों को किया था तबाह

punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 01:54 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। शिमला के जुब्बल के जखोड़ गांव के फ्लाइट लेफ्टिनेंट अर्शवीर सिंह ठाकुर को उनके अदम्य साहस के लिए देश के तीसरे सर्वोच्च वीरता सम्मान वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरिदके में आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट करने के लिए दिया जा रहा है।

अर्शवीर ठाकुर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर इस सम्मान को पाने वाले अकेले अधिकारी हैं। उन्होंने दुश्मन के इलाके में घुसकर बेहद सटीकता से हमला किया और आतंकवादियों के गढ़ को तबाह कर दिया, जिससे भारतीय सेना को एक बड़ी सफलता मिली। उनका यह शौर्य और पराक्रम न सिर्फ उनकी बहादुरी को दर्शाता है बल्कि भारतीय वायु सेना के उच्च प्रशिक्षण और दृढ़ संकल्प का भी प्रतीक है।

अर्शवीर ने अपने विमान से सटीक बमबारी की और अपने मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उनके इस साहसिक कार्य ने पाकिस्तान में चल रहे आतंकी गतिविधियों पर एक करारा प्रहार किया है। अर्शवीर की इस उपलब्धि पर उनके परिवार और पूरे हिमाचल प्रदेश को गर्व है। उनके पिता, नरवीर सिंह ठाकुर, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए हैं, और उनकी माता, अमरजीत कौर, शिमला में एक सरकारी स्कूल में शारीरिक शिक्षा की शिक्षिका हैं। यह सम्मान न केवल अर्शवीर के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है, जो हमें यह याद दिलाता है कि हमारे सैनिक देश की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।


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Content Editor

Jyoti M

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