Weather Updates: पांच जिलों में बाढ़ की चेतावनी, 23 अगस्त तक रहेगा भारी बारिश का यैलो अलर्ट

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2024 - 08:30 PM (IST)

शिमला (संतोष): यैलो अलर्ट के बीच राजधानी शिमला में सुबह व शाम को खिली धूप के बावजूद यहां 11 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है जबकि नारकंडा, मंडी, हमीरपुर, चंबा, जुब्बड़हट्टी में हल्की वर्षा हुई, वहीं प्रदेश के अन्य इलाकों में बादलों के साथ धूप खिली। रात्रि में अधिक वर्षा हो रही है और कहीं-कहीं पर भारी बारिश भी हो रही है। पिछली रात को नयनादेवी में सबसे अधिक 11 सैंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 22 अगस्त तक प्रदेश में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा का यैलो अलर्ट जारी किया गया है जबकि प्रदेश के पांच जिलों शिमला, सिरमौर, चंबा, कांगड़ा व मंडी में रविवार को बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। मानसून सीजन में अभी भी 22 फीसदी कम मेघ बरसे हैं। हालांकि 1 से 17 अगस्त तक प्रदेश में सामान्य से 10 फीसदी अधिक बादल बरसे हैं।

26 घंटे बाद बहाल हुआ निगुलसरी के पास बंद पड़ा एनएच-05
शुक्रवार रात्रि को निगुलसरी के पास बंद हुआ जिला किन्नौर के तहत एनएच-05 करीब 26 घंटे बाद बहाल किया गया है जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। खासतौर पर किसानों, बागवानों और सैलानियों को हाईवे खुलने से राहत मिली है। शनिवार तड़के 4 बजे से हाईवे को बहाल करने का कार्य आरंभ हुआ। उधर, प्रदेश में कई क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से नुक्सान भी होने लगा है। रामपुर में बादल फटने की घटना से तकलेच-मझाली और रोहड़ू मार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया। करीब 30 मीटर सड़क कलवर्ट सहित बह गई है, जिससे क्षेत्र की पांच पंचायतों का संपर्क कट गया। सीजन शुरू होने से सेब से लदी दर्जनों गाड़ियां फंस गई हैं। ऊना जिला के संतोषगढ़-ऊना मार्ग स्थित 40 वर्ष पुराने 120 मीटर लंबे पुल के पिल्लर नंबर 7, स्लैब, प्रोटैक्शन वाल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

धुंधी के समीप भूस्खलन के चलते मनाली-लेह मार्ग कई घंटों तक बंद रहा। वाहनों को सोलंगनाला में रोक दिया गया। बंजार के जिभी के तुन गांव में बारिश से दोमंजिला मकान के दो कमरे ढह गए हैं। जिभी वाटरफाल नाले में बाढ़ से जिभी-गाड़ागुशैणी सड़क बंद हो गई है। यहां करीब 30 वाहन फंसे हुए हैं। उपमंडल पालमपुर में नई सब्जी मंडी के समीप पुलिया के धंसने से मार्ग बंद हो गया है। लोग पालमपुर- बैजनाथ के बीच आवाजाही के लिए अब वाया राजपुर व कालू दी हट्टी संपर्क मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं।


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Kuldeep

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