राष्ट्रपति ने संकटमोचन व मां तारा देवी के दर नवाया शीश, आज दिल्ली लौटेंगी
punjabkesari.in Tuesday, May 07, 2024 - 09:52 PM (IST)
शिमला (संतोष): राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के राजधानी शिमला के दौरे के दौरान मंगलवार को अति व्यस्ततम शैड्यूल के दौरान उन्होंने संकट मोचन मंदिर और मां तारा देवी के मंदिर में शीश नवाया और पूजा-अर्चना की। मां तारा के दर पर जाने वाली वह पहली राष्ट्रपति हैं जबकि संकट मोचन मंदिर में दूसरी राष्ट्रपति रहीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने हिमाचल दौरे में प्रमुख धार्मिक स्थल संकट मोचन व तारादेवी मंदिर का दौरा किया और वहां पूजा-अर्चना की। उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी रहे, जबकि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भी उपस्थित रहे। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना के बाद भंडारे का प्रसाद भी ग्रहण किया। मंदिर कमेटी ने राष्ट्रपति को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया जबकि राज्यपाल ने राष्ट्रपति को राम दरबार की प्रतिमा भेंट की। ए.डी.एम. प्रोटोकॉल ज्योति राणा ने राष्ट्रपति को मंदिर के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी दी। शाम 5.50 बजे राष्ट्रपति रिज मैदान व मालरोड पर टहलने के अलावा 6.35 बजे गेयटी थिएटर में आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल रहीं।
देर शाम 7.40 बजे उनका काफिला राजभवन की ओर रवाना हुआ। राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की ओर से राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित रात्रि भोज का उन्होंने लुत्फ उठाया। रात्रि करीब 9.30 बजे वह रिट्रीट पहुंचीं और 8 मई को सुबह 9.20 बजे कल्याणी हैलीपैड से दिल्ली रवाना होंगी। शाम के समय मालरोड व रिज के राष्ट्रपति दौरे को लेकर एकाएक ही ऐतिहासिक रिज मैदान को खाली करवाया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि अचानक से कर्फ्यू लग गया और सारा रिज एकदम से खाली करवाया गया। राष्ट्रपति ने रिज मैदान व मालरोड पर सैर विहार करने के दौरान लोगों का अभिवादन स्वीकारा और बच्चों को चॉकलेट भी भेंट की। इस दौरान उनकी एक झलक पाने के लिए लोगों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ पड़ी। उन्होंने मालरोड पर घूमते हुए लोगों से भी बातचीत की। राष्ट्रपति की सादगी देखकर हर कोई उनका कायल हो उठा।
राष्ट्रपति के परिवार के सदस्यों ने सतलुज नदी में उठाया राफ्टिंग का लुत्फ
राष्ट्रपति के परिवार के सदस्यों ने मंगलवार को तीर्थ स्थल तत्तापानी का भ्रमण भी किया। कड़ी सुरक्षा के बीच सदस्यों ने सतलुज नदी में राफ्टिंग का भी लुत्फ उठाया। मंगलवार को राष्ट्रपति के परिवार के सदस्य मशोबरा से वाया देवीधार होते करीब 12.30 बजे तत्तापनी पहुंचे। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने तीर्थ स्थल का भ्रमण करने के बाद राफ्टिंग की। सायं करीब 5.30 बजे राष्ट्रपति के परिवार के सदस्य वापस राष्ट्रपति भवन रिट्रीट लौट गए। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर कच्ची घाटी, घोड़ा चौकी के अलावा शिमला शहर के गेयटी थिएटर व टाऊन हाल के पास की दुकानों को बंद रखा गया। गेयटी थिएटर के कार्यक्रम से पहले राष्ट्रपति यहां टाऊन हाल भी गईं। टाऊन हाल को ग्रीन रूम बनाया गया था और सुरक्षा की दृष्टि से समूचा शिमला पुलिस के कड़े सुरक्षा पहरे में रहा।
वी.वी.आई.पी. मूवमैंट से ट्रैफिक में बदलाव, लोग व बच्चों के अभिभावक हुए परेशान
शिमला शहर में वी.वी.आई.पी. मूवमैंट के चलते शहर के संपर्क मार्ग सील किए गए जिससे स्कूली बच्चों सहित अभिभावकों व लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। हालांकि छोटे बच्चों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए थे, लेकिन बड़े बच्चों के लिए निजी स्कूल 12 बजे बंद किए गए। ट्रैफिक मूवमैंट बंद होने के कारण बच्चों को अपने घरों तक पहुंचने और अभिभावकों को बच्चों तक पहुंचने में भारी परेशानियां झेलनी पड़ीं। शिमला शहर में ढली, ठियोग, रामपुर, रोहड़ू की ओर जाने वाली सभी बस सेवाएं मैहली-भट्टाकुफर से संचालित की गईं। बसों को यहां से भेजे जाने की यात्रियों को जानकारी नहीं थी और यात्री सुबह से लक्कड़ बाजार, पुराने बस अड्डे में परेशान रहे। राष्ट्रपति के काफिले के दौरान वाहनों के सुचारू संचालन के लिए ट्रैफिक के डायवर्ट होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई, जिसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ा है, जिसके चलते कई स्थानीय रूटों पर बसें नहीं चलीं और लोगों को पैदल ही गंतव्य की ओर आना पड़ा, जबकि मार्ग सील किए जाने से पैदल चलने वालों की मूवमैंट भी बाधित रही।
राष्ट्रपति के दौरे से सड़कें चकाचक, पशु भी नहीं आए नजर
शिमला शहर में राष्ट्रपति के आगमन से पहले ही यहां की सड़कों को चकाचक बनाया गया था। यहां तक कि शहर की सड़कों के किनारे खड़े वाहनों को हटाया गया, जिससे सड़कें खुली नजर आईं और ट्रैफिक भी समूथ ढंग से चला। लोगों का कहना है कि ऐसे वी.वी.आई.पी. का शहर में आवागमन होता रहे तो शिमला शहर की अव्यवस्थाएं सुधर जाएंगी। यही नहीं जहां-जहां से राष्ट्रपति का काफिला गुजरा, उन सड़कों पर न तो कूड़े-कचरे के ढेर नजर आए और न ही वाहनों की कतारें दिखीं। यहां तक कि शहर की सड़कों पर विचरण करने वाले बेसहारा पशु तक नजर नहीं आए।
महिला कांग्रेस ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
महिला कांग्रेस में शिमला में राष्ट्रपति से मुलाकात कर देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर एक ज्ञापन सौंपा जिसमें मास रेपिस्ट प्रज्वल रेवन्ना को देश वापस लाकर कर्नाटक की सरकार को सौंपने में मदद की गुहार भी लगाई गई। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस राष्ट्रीयाध्यक्ष अलका लांबा ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस संंबंध में ज्ञापन सौंपा गया और महिला कांग्रेस उम्मीद करती है कि राष्ट्रपति इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी को अपनी चुप्पी तोड़ने और अपराधियों का बचाव न करने को कहेगी।