Shimla: वार्डों में खाली पड़ीं पार्किंगें, सड़क किनारे वाहन पार्क करने पर अब निगम काटेगा चालान
punjabkesari.in Sunday, Nov 03, 2024 - 11:29 AM (IST)
शिमला, (वंदना): नगर निगम ने वार्ड स्तर पर पार्किंग का निर्माण कर रखा है, लेकिन ये पार्किंगें खाली पड़ी हुई हैं। पार्किंग फीस न देनी पड़े इसके लिए लोग सड़कों के किनारे वाहन पार्क कर रहे हैं, जिससे वार्ड स्तर पर निगम की पार्किंगें खाली पड़ी हैं। करोड़ों रुपए खर्च कर नगर निगम ने इन पार्किंगों का निर्माण किया है, लेकिन इससे अब निगम को कमाई नहीं हो रही है, ऐसे में नगर निगम लोगों पर सख्ती करने जा रहा है, ताकि लोग सड़कों की बजाय पार्किंग में वाहन पार्क कर सकें।
प्रशासन ने फैसला लिया है कि वार्डों में पार्किंग की सुविधा होने के बावजूद जो लोग सड़कों के किनारे वाहन पार्क कर रहे हैं, ऐसे लोगों का ट्रैफिक पुलिस की मदद से चालान काटा जाएगा। इसके लिए अगले सप्ताह से निगम शहर भर में पुलिस के साथ मिलकर जागरूकता अभियान शुरू करेगा। दरअसल वार्डों में निगम की 24 से ज्यादा पार्किंगें ऐसी हैं जो खाली पड़ी हैं। पार्किंग फीस नगर निगम को न देनी पड़े इसके लोग चक्कर में सड़कों के किनारे फ्री में वाहन पार्क कर रहे हैं, जबकि पार्किंगें खाली रह गई हैं।
वहीं नगर निगम स्थानीय लोगों को पार्किंग आबंटित करने की भी तैयारी कर रहा है। इसके लिए वार्डों के लोगों को निगम के पास ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन करना होगा। पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर निगम इन पार्किंगों का आबंटन स्थानीय लोगों को करेगा। निगम की संपदा शाखा और वार्ड पार्षद के पास लोग आवेदन कर सकते हैं।
निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री का कहना है कि नगर निगम पुलिस की मदद से शहर में जागरूकता अभियान शुरू करने जा रहा है। सड़कों के किनारे वाहन पार्क करने पर चालान काटा जाएगा। जहां पर पार्किंग है, उन जगहों पर लोगों को सड़कों की बजाय पार्किंग में वाहन पार्क करने होंगे। सड़कों पर वाहन पार्क करने से ट्रैफिक की समस्या पैदा होती है, ऐसे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। 15 दिनों तक यह अभियान शहर भर में चलाया जाएगा।
शहर में 24 पार्किंगों के लिए निगम को नहीं मिल रहे ठेकेदार
नगर निगम ने करोड़ों रुपए खर्च कर वार्डों में पार्किंगों का निर्माण किया है, लेकिन अब ये पार्किंगें निगम का सिरदर्द बन गई हैं। वार्डों में 24 पार्किंगें ऐसी हैं, जिन्हें कई वर्षों से ठेकेदार नहीं मिल रहा है। इसके कारण निगम को लाखों रुपए का घाटा हर साल वहन करना पड़ रहा है।
निगम ने इसके लिए 3 बार टैंडर कॉल कर दिए हैं, लेकिन इसके लिए संचालक नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में निगम ने इन पार्किंगों को स्थानीय लोगों को देने का फैसला लिया है। इसके लिए प्रशासन ने लोगों से आवेदन मांगे हैं। एक साल के लिए लोगों को ये पार्किंगें आबंटित की जानी हैं।