Shimla: ऑनलाइन होगा दवाइयों का लेखा-जोखा, डिजिटल पोर्टल शुरू

punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 07:20 PM (IST)

शिमला (राजेश): राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के मौके पर आयुष विभाग हिमाचल प्रदेश ने शिमला के होटल हॉलीडे होम में एक दिवसीय संगोष्ठी आयुर मंथन हिमाचल में आयुष सतत् विकास का रास्ता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोग शामिल हुए जिनमें विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विशेषज्ञ, उद्योग जगत से जुड़े लोग, आयुष संस्थानों के प्रतिनिधि, स्थानीय उद्यमी और समाज के अन्य लोग मौजूद रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा ने की। इस मौके पर आयुष संकलन नाम का डिजिटल पोर्टल शुरू किया गया। इससे दवाइयों का लेखा-जोखा, मरीजों का रिकार्ड और कर्मचारियों की ऑनलाइन हाजिरी रखी जा सकेगी। इससे कामकाज पारदर्शी होगा और रिपोर्ट तुरंत मिल सकेगी। इसके अलावा सरकारी आयुर्वैदिक फार्मेसियों का नया लोगो भी जारी किया गया और बताया गया कि अब इन फार्मेसियों की दवाइयां हिमोषधम नाम से बाजार में आएंगी।

आयुष सेवाएं सिर्फ इलाज तक सीमित न रहें : गोमा
आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि आयुष सेवाएं सिर्फ इलाज तक सीमित न रहें बल्कि रोजगार, वैलनैस टूरिज्म और आर्थिक विकास का भी माध्यम बनें। सचिव आयुष शाइनामोल और निदेशक आयुष रोहित जम्वाल ने भी विभाग की भावी योजनाओं के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि दूसरे विभागों के साथ मिलकर काम करना, डिजिटल प्लेटफार्मों से पारदर्शिता बढ़ाना और हिमाचल को पारंपरिक स्वास्थ्य और वैलनैस का केंद्र बनाना विभाग की प्राथमिकताएं हैं।

इस साल की थीम लोगों और धरती के लिए आयुर्वेद रही। चर्चाओं में यह बात सामने आई कि हिमाचल की जैव-विविधता और परंपरागत ज्ञान का इस्तेमाल लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के हित में करना चाहिए। पहले सत्र में औषधीय पौधों और लघु वनोपज के बेहतर इस्तेमाल पर चर्चा हुई। वहीं दूसरे सत्र में सरकारी आयुष फार्मेसियों की मजबूती पर चर्चा हुई।


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Kuldeep

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