Shimla: कांग्रेस नेताओं के भ्रष्टाचार की बलि चढ़े विमल : जयराम

punjabkesari.in Sunday, May 25, 2025 - 06:25 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं के सरकार में भ्रष्टाचार के कारण पावर कार्पोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी बलि चढ़े। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 2 बार विधानसभा में खड़े होकर झूठ बोला कि विमल नेगी मौत मामले की परिजन सीबीआई जांच नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की तरफ से इस मामले को सीबीआई के सुपुर्द करने के बाद एसपी के डीजीपी, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह और पूर्व डीजीपी के खिलाफ मोर्चा खोलने से संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। ऐसे में मौजूदा हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। जयराम ठाकुर यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर व्यवस्था का पतन हो गया है, क्योंकि आज प्रदेश के मुख्यमंत्री की बात को उसके अधिकारी ही नहीं सुन रहे हैं।

उन्होंने दावा किया कि प्रदेश सरकार विमल नेगी मौत मामले की जांच हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद सीबीआई को सौंपने में जानबूझ कर देर कर रही है, ताकि सबूतों को नष्ट किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश पावर कार्पोरेशन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विमल नेगी की मौत के लिए ऊना के पेखुवाल में बना सौर पावर प्लांट सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश सरकार इस पावर प्लांट का कंप्लीशन सर्टीफिकेट विमल नेगी से दबाव डालकर दिलवाना चाहती थी। उन्होंने कहा कि सरकार को नियमों के तहत 10 फीसदी लिक्विडेशन डैमेज की एवज में निर्माता कम्पनी से 22 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन इसके विपरीत 13 करोड़ रुपए कंपनी को ही दे दिए।

उन्होंने दावा किया कि विमल नेगी मौत मामले की जांच हाईकोर्ट की तरफ से सीबीआई को सौंपने के बाद अब प्रदेश सरकार राज्य के पुलिस महानिदेशक और अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है, क्योंकि इन दोनों ही अधिकारियों ने सरकार की सुविधा के अनुसार अपनी जांच रिपोर्ट और हलफनामा नहीं दिया है। उन्होंने इसे प्रदेश में संवैधानिक संकट करार देते हुए कहा कि प्रदेश में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि इस सारे मामले में सबूतों से छेड़छाड़ करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि उनकी सरकार के जिन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, उन्हें क्यों पद से नहीं हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसपी शिमला संजीव गांधी ने हाईकोर्ट के फैसले के बावजूद यह ऐलान किया है कि वह सीबीआई को मामले से संबंधित दस्तावेज नहीं सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि एसपी शिमला का यह रवैया अनुशासनहीनता और उनकी हताशा को दर्शाता है।

सुधीर शर्मा ने दिया आपराधिक मानहानि का नोटिस
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला के एसपी संजीव गांधी को भाजपा विधायक सुधीर शर्मा पर की गई टिप्पणी के मामले में आपराधिक मानहानि का नोटिस दे दिया है। उन्होंने कहा कि शिमला के एसपी ने न केवल अपनी सरकार बल्कि अपने ही विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला है।

जयराम ठाकुर की कुछ मांगें

रिकार्ड से छेड़छाड़ करने वालों पर हो कार्रवाई।

जिन कांग्रेस नेताओं को संरक्षण मिला, उन पर कार्रवाई हो।

पैन ड्राइव फार्मेट करने पर कार्रवाई की जाए।

पैन ड्राइव को ले जाने का क्या मकसद, जांच हो।

लाइन हाजिर पंकज की सुरक्षा की मांग क्यों उठी।

जांच में हिमाचल का पुलिस अधिकारी शामिल नहीं होना सुनिश्चित हो।

सबसे बड़ा सवाल विमल नेगी की मृत्यु हत्या है या आत्महत्या?


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Kuldeep

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