प्रदेश के कई इलाकों में बरसे मेघ, 25 तक रहेगा लू का यैलो अलर्ट, 27 तक मौसम साफ
punjabkesari.in Tuesday, May 21, 2024 - 11:09 PM (IST)
शिमला (संतोष): प्रदेश के मैदानी इलाकों में जहां गर्मी अपने यौवन पर है वहीं राजधानी शिमला में मंगलवार को भी राहत की फुहारें बरसी हैं। यहां शाम के समय हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे लोगों ने गर्मी से राहत पाई है। हालांकि पिछले 24 घंटों में भी हीट वेव के यैलो अलर्ट के बावजूद कई इलाकों में मेघ बरसे हैं, जिसमें सलापड़ में 20.3, शिलारू में 7, बग्गी में 6.2, शिमला में 5.8, कुमारसैन में 5.4, बिजाही में 4.2, चौपाल में 4, सराहन में 3, सांगला में 2.4, ठियोग में 2, सुंदरनगर में 1.6, कुफरी व जंजैहली में 1-1 और मंडी में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान में कोई खास उछाल नहीं आया है और ऊना में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री और शिमला में 28.3 डिग्री रहा है। कई शहरों का तापमान 40 के आसपास बना हुआ है, जिसमें सुंदरनगर में 38.2, कांगड़ा में 38.6, बिलासपुर में 40.8, हमीरपुर में 38.7, चम्बा में 38.4, बरठी में 38.7 और नेरी में 42.2 डिग्री रहा है। पिछले 24 घंटों में धर्मशाला व बिलासपुर में लू चली है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में आगामी 4 दिनों में 25 मई तक लू चलने का यैलो अलर्ट रहेगा। इसमें ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर, मंडी, शिमला, कुल्लू, सोलन व कांगड़ा जिलों तथा इसके आसपास लगते इलाकों में हीट वेव चलेगी। प्रदेश के सभी क्षेत्रों का मौसम साफ व पूरी तरह से शुष्क बना रहेगा और प्रदेश में 27 मई तक मौमस पूरी तरह से साफ रहेगा।
हीट वेव को लेकर जारी हुए अलर्ट के तहत राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने भी लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि यदि लू लग जाती है तो व्यक्ति को छांव में लिटा दें और ढीले कपड़े पहनाएं। गीले कपड़े से शरीर को साफ करें और ठंडे पानी से नहलाएं। अपने घर को ठंडा रखें। यदि तबीयत ठीक न लगे और चक्कर आएं तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। व्यक्ति को ओआरएस, नींबू पानी या नमक और चीनी का घोल पीने को दें। यदि प्यास न भी लगी हो तो भी बीच-बीच में पानी पीते रहें। जहां तक संभव हो, कड़ी धूप में बाहर न निकलें और बच्चों को भी धूप में खेलने न दें। ऐसे मौसम में गाड़ी में बच्चों या पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें। इस मौसम में छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बाहर काम करने वाले लोग और दिव्यांग व्यक्ति ज्यादा खतरे में हैं।