Shimla: शिमला सिटी बस चालक-परिचालक यूनियन ने किया हड़ताल का ऐलान, 13 अक्तूबर काे शहर में नहीं चलेंगी प्राइवेट बसें

punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 04:56 PM (IST)

शिमला (राजेश): शिमला सिटी बस चालक-परिचालक यूनियन ने जिला प्रशासन व एचआरटीसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला प्रशासन द्वारा मांगों को न मानने को लेकर निजी बस चालक परिचालक 13 अक्तूबर को शिमला शहर में बसें नहीं चलाएंगे। ऐसे में एक दिन शहर में निजी बसों की हड़ताल रहेगी। वहीं सोमवार को शिमला के रिज मैदान पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण भी होना है। इस अवसर पर शहर में भारी संख्या में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों के पहुंचने के आसार हैं। इसके चलते शहर में रैली की भीड़ भी रहेगी, ऐसे में शहर में लोगों को सप्ताह के पहले दिन ही परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सप्ताह के पहले दिन कार्यालय एवं स्कूल जाने के लिए लोगों को समय से पहले ही घरों से निकलना पड़ेगा। 

वहीं शिमला सिटी निजी बस ऑप्रेटरों ने भी चालक-परिचालकों की बस हड़ताल का समर्थन किया है। शिमला सिटी निजी बस ऑप्रेटर्ज यूनियन के महासचिव सुनील चौहान ने कहा कि ऑप्रेटरों के हाथ खड़े हैं, वे चाह कर भी बस नहीं चला सकते हैं क्योंकि चालक-परिचालकों ने ही बसों का चलाने से मना किया है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में जाम व एचआरटीसी की लाॅन्ग रूट्स की बसों के पुराना बस स्टैंड आने से ऑप्रेटरों सहित चालक-परिचालक परेशान हैं। पिछले 9 महीने में करीब 5 बार जिला उपायुक्त से मिल चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन सौंपा है, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला है।

कई बार मिल चुके प्रशासन से, अब आंदोलन को मजूबर : रूपलाल
शिमला सिटी बस चालक परिचालक यूनियन के अध्यक्ष रूपलाल ठाकुर एवं सचिव अखिल गुप्ता ने बताया कि शनिवार को यूनियन की बैठक पुराना बस स्टैंड में सपंन्न हुई। बैठक कर यह फैसला लिया गया है कि सोमवार को बसें नहीं चलेंगी। इस बारे में निजी बस ऑप्रेटरों को पहले ही नोटिस दिया गया था। निजी बस ऑप्रेटरों की ओर से भी विभाग एवं प्रशासन को उसकी प्रतियां दे दी गईं थीं, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी मांगों पर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है, ऐसे में अब निजी बस चालक-परिचालक संघ ने हड़ताल करने का फैसला लिया है।

ये हैं बस चालक एवं परिचालक संघ की मांगें
शिमला सिटी बस चालक-परिचालक यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि शहर में ट्रैफिक जाम के कारण उन्हें काफी नुक्सान उठाना पड़ता है। इसके लिए शहर के 40 किलोमीटर के बाहर के दायरे से आने वाली बसों को पुराना बस स्टैंड की बजाए सीधे आईएसबीटी भेजने की मांग चालक-परिचालक संघ ने उठाई थी, लेकिन उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई है। इसके अलावा एचआरटीसी की स्कूल ड्यूटी वाली बसें सवारियां उठाती हैं, इसके कारण आए दिन एचआरटीसी एवं निजी बस चालक -परिचालकों की लड़ाई होती है। डीजल डलवाने एवं चार्जिंग करवाने के लिए वर्कशाॅप गई बसें भी आते-जाते समय रास्ते से सवारियां उठा लेती हैं। इसके अलावा पुराना बस स्टैंड में निजी बस चालक-परिचालकों के लिए रैस्ट रूम की मांग की गई थी, यह मांग भी अभी तक पूरी नहीं हुई है।


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Vijay

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