18 से 25 सितम्बर तक होगा विधानसभा का मानसून सत्र
punjabkesari.in Monday, Aug 28, 2023 - 06:02 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 25 सितम्बर तक शिमला में आयोजित किया जाएगा। सत्र के दौरान कुल 7 बैठकें होने की संभावना है जिसमें 1 दिन प्राइवेट मैंबर डे के लिए रखा जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मानसून सत्र को बुलाए जाने को लेकर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से राजभवन में मुलाकात की। मानसून सत्र में इस बार बरसात के कारण राज्य में हुए नुक्सान को लेकर प्रमुखता से चर्चा होगी। इस दौरान पक्ष-विपक्ष में तल्खी देखने को मिल सकती है, जिससे सदन का माहौल गर्माएगा। सत्र से पहले ही पक्ष-विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर कटाक्ष करने लगे हैं। इस कारण हंगामा होने की पूरी संभावना है। उल्लेखनीय है कि बरसात के कारण आई प्राकृतिक आपदा के चलते विधानसभा का मानसून सत्र इस बार अगस्त की बजाए सितम्बर में आयोजित किया जा रहा है। इसको लेकर विपक्ष के अलावा सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी सवाल उठाए हैं।
राज्यपाल ने थपथपाई सरकार की पीठ
राज्य में आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए विश्व बैंक व नीति आयोग के बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी सरकार की पीठ थपथपाई है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार की तरफ से उठाए गए विभिन्न कदमों से लोगों को समय पर मदद मिल पाई है। इसी तरह राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलने से जन-धन की हानि को रोका जा सका है।
मुख्यमंत्री का राज्यपाल से सत्र बुलाने का आह्वान
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 25 सितम्बर तक होगा। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलकर सत्र को बुलाने का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन के कारण हुई जान-माल की क्षति से अवगत करवाया गया है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में राज्य सरकार की तरफ से किए जा रहे राहत कार्यों और प्रभावितों के पुनर्वास के लिए किए गए कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और सड़क एवं परिवहन व्यवस्था को सुचारू किया जा रहा है।
बरसात के कारण हुए नुक्सान पर होगी चर्चा : जयराम
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मानसून सत्र में बरसात के कारण हुए नुक्सान के मामले को विपक्ष प्रमुखता से उठाएगा। आपदा की इस घड़ी में केंद्र सरकार से हर तरह की फौरी मदद मिलने से नुक्सान को कम किया जा सका है। आपदा के इस समय में विपक्ष ने सरकार का पूरा साथ दिया है तथा अपने स्तर पर प्रभावितों को मदद पहुंचाई है। भाजपा के विधायक एवं नेता लोगों के बीच रहकर उनकी मदद कर रहे हैं तथा उन्होंने खुद केंद्रीय मंत्रियों एवं आपदा प्रभावितों से मुलाकात की है।