Shimla: संजौली कॉलेज से 6 छात्रों के निष्कासन को लेकर SFI का प्रदर्शन, पुलिस के साथ धक्का-मुक्की

punjabkesari.in Tuesday, Sep 24, 2024 - 06:53 PM (IST)

शिमला (अम्बादत्त): संजौली काॅलेज में बीते दिनों हुए एसएफआई. के 6 छात्रों के निष्कासन को वापस लेने के खिलाफ एसएफआई ने काॅलेज गेट के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के छात्रों व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस वालों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को गेट से अंदर आने नहीं दिया। प्रदर्शनकारी काॅलेज कैंपस में जाना चाहते थे। एसएफआई शिमला जिला कमेटी द्वारा संजौली काॅलेज में छात्रों के निष्कासन को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में प्रदेश विश्वविद्यालय सहित शहर के अन्य काॅलेजों से भी छात्र प्रदर्शन करने के लिए आए हुए थे। एसएफआई शिमला जिला सचिव कमल व कैंपस अध्यक्ष राहुल ने कहा कि महाविद्यालय में 20 तारीख को 6 छात्रों को इसलिए निष्कासित किया गया है क्योंकि वे कैंपस में एक छात्रा से हुई छेड़छाड़ के मुद्दे को प्रशासन के सामने रख रहे थे लेकिन प्रशासन के द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकने का निर्णय लिया जाता है जोकि छात्रों की अभिव्यक्ति और सभा की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। कमल शर्मा ने कहा कि प्रशासन कैंपस के माहौल को शांत करवाने की वजह और तनावपूर्ण बना रहा, कक्षाओं में जाकर छात्रों को टारगेट किया जा रहा है। एसएफआई लैंगिक संवेदीकरण समिति में लड़कियों को शामिल करके इसे लोकतांत्रिक बनाने की सही मांग उठा रही है।

एसडीएम ने करवाई दोनों पक्षों की बातचीत
काॅलेज के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे एसएफआई के छात्रों से अंदर बातचीत के लिए कालेज प्रशासन तैयार नहीं था। ऐसे में शिमला शहरी के एसडीएम को संजौली कालेॅज पहुंचना पड़ा। इसके बाद एसडीएम ने दोनों पक्षों की बातचीत करवाई। एसएफआई के दो छात्र व प्राचार्य, शिक्षक के बीच एसडीएम के समक्ष बातचीत हुई। दोनों ने इस दौरान अपने-अपने पक्ष रखे। एसडीएम ने कहा कि आपसी बातचीत से इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाया जाए। उन्होंने कालेज प्रशासन को बैठक कर इसे सुलझाने को कहा। वहीं एसएफआई को अपना प्रदर्शन खत्म करने को कहा। उसके बाद एसएफआई ने प्रदर्शन खत्म किया।

6 छात्रों का निष्कासन वापस लिया जाए, हाथापाई करने वाले शिक्षक पर भी हो कार्रवाई
एसएफआई राज्य सचिव दिनित ने कहा कि प्रशासन से बातचीत के दौरान हमने यह मांग रखी कि कुछ प्रोफैसर जो महाविद्यालय में राजनीति करते हैं और छात्रों से हाथापाई करते हुए भी पाए गए हैं उन पर सख्त कार्रवाई की जाए और 6 छात्रों का निष्कासन वापस लिया जाए। अगर निष्कासन वापस नहीं लिया जाता है तो लड़ाई को हम काॅलेज के अंदर भी लड़ेंगे और कानूनी तौर पर भी लड़ेंगे। अगर इस कारण से अकादमिक वातावरण बाधित हुआ तो खुद कालेज प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि बुधवार शाम तक यदि कालेज प्रशासन इस पर फैसला नहीं लेता है तो हमें आंदोलन के लिए फिर मजबूर होना पड़ेगा।

काॅलेज की एडवाइजरी काऊंसिल लेगी फैसला
संजौली कॉलेज प्राचार्य भारती भागड़ा ने कहा कि छात्रों के निष्कासन को लेकर काॅलेज की एडवाइजरी काऊंसिल के साथ पहले बैठक होगी। उस बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा उसके बाद ही छात्रों के निष्कासन को वापस लिया जाएगा। उससे पहले निष्कासित छात्रों के अभिभावकों को काॅलेज आना होगा, उसके बाद ही फैसला लिया जाएगा।
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Content Writer

Vijay

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