Kangra: महाकाल मंदिर के कायाकल्प की एसडीएम संकल्प गौतम ने खुद संभाली कमान, पूर्व विधायक ने की सराहना

punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 04:46 PM (IST)

बैजनाथ: उपमंडल अधिकारी (नागरिक) बैजनाथ एवं शिव मंदिर बैजनाथ तथा महाकाल मंदिर के सहायक मंदिर आयुक्त संकल्प गौतम ने हाल ही में महाकाल मंदिर परिसर का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। दौरे के दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का सूक्ष्मता से अध्ययन किया और सुधार के लिए स्थानीय जनसामान्य से सुझाव भी आमंत्रित किए। संकल्प गौतम ने स्पष्ट किया है कि आगामी दिनों में महाकाल मंदिर परिसर का समग्र कायाकल्प किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और धार्मिक वातावरण और अधिक शांतिपूर्ण व सुव्यवस्थित बन सके।

गौरतलब है कि भाद्रपद माह में हर शनिवार को महाकाल मंदिर में विशेष मेले आयोजित होते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में संभावित उपस्थिति को देखते हुए पूर्व विधायक एवं सामाजिक संस्था इन्साफ के अध्यक्ष प्रवीन कुमार ने मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एसडीएम संकल्प गौतम की कार्यशैली की प्रशंसा की है। प्रवीन कुमार ने सराहना करते हुए कहा कि संकल्प गौतम एक ऊर्जावान, कर्मठ, ईमानदार और आध्यात्मिक दृष्टिकोण रखने वाले अधिकारी हैं। बतौर खंड विकास अधिकारी भवारना में भी उन्होंने प्रशासनिक दक्षता और जनकल्याणकारी दृष्टिकोण का उत्कृष्ट परिचय दिया है।

उन्होंने एक उदाहरण सांझा करते हुए बताया कि जब इन्साफ संस्था ने सिद्ध शक्ति पीठ माता आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के 10 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर जनसहयोग से सोलर लाइट्स लगाने की योजना बनाई थी, तो उस समय यह प्रस्ताव उपायुक्त कार्यालय भेजा जाना था। उस प्रक्रिया में संकल्प गौतम ने न केवल पूरी प्रशासनिक औपचारिकता पूरी की, बल्कि सबसे पहले स्वयं अपने नाम की एक लाइट की राशि संस्था को निजी तौर पर भेंट कर एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।

पूर्व विधायक ने सावन माह में शिव मंदिर बैजनाथ में उमड़ती भारी भीड़ का भी जिक्र किया, जब रात के समय से ही श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े होकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की प्रतीक्षा करते हैं। उन्होंने बताया कि संकल्प गौतम ने भीड़ प्रबंधन हेतु एक अभिनव उपाय अपनाते हुए अस्थायी जलहरी की व्यवस्था कर दी, जिससे भक्तों के लिए जल चढ़ाने की प्रक्रिया आसान हो गई।

प्रवीन कुमार ने यह सुझाव भी दिया है कि जैसे सावन में शिव मंदिर में प्रबंधन को चुस्त-दुरुस्त किया गया, वैसे ही भाद्रपद माह में महाकाल मंदिर में शनिवार को लगने वाले मेलों के दौरान शनिदेव की पूजा की विशेष परंपरा को देखते हुए भीड़ नियंत्रण की समुचित योजना बनाई जाए। उन्होंने बताया कि शनिदेव की पूजा के लिए तेल और उड़द की दाल चढ़ाने की विशेष परंपरा है और महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर में एलुमिनियम की पाइपों व छन्नियों के माध्यम से श्रद्धालुओं को यह सुविधा दी गई है।

पूर्व विधायक ने आग्रह किया कि बैजनाथ के महाकाल मंदिर में भी इसी तर्ज पर आधुनिक व सुलभ व्यवस्था लागू की जाए, जिससे बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को बिना धक्का-मुक्की के सुगमता से पूजा-अर्चना का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था में अधिक खर्च नहीं आएगा, लेकिन इससे धार्मिक आयोजन अधिक व्यवस्थित और भक्तों के लिए सुविधाजनक बन सकेंगे। एसडीएम संकल्प गौतम की कार्यशैली, समर्पण और संवेदनशील प्रशासनिक दृष्टिकोण से आमजन में सकारात्मक संदेश गया है और श्रद्धालुओं में भी व्यवस्थाओं को लेकर विश्वास बढ़ा है।


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Content Editor

Jyoti M

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