Shimla: संजौली मस्जिद विवाद में प्रशासन के आश्वासन पर हिंदू संगठनों का आमरण अनशन खत्म, आंदोलन जारी
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 05:40 PM (IST)
शिमला (अम्बादत्त): हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद विवाद को लेकर पिछले 4 दिनों से चला आ रहा तनावपूर्ण माहौल शुक्रवार को कुछ हद तक शांत हुआ। हिंदू संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहा आमरण अनशन जिला प्रशासन के लिखित आश्वासन और सकारात्मक बातचीत के बाद समाप्त कर दिया गया है। हालांकि, संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि आंदोलन पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
प्रशासन के साथ बनी सहमति, 29 नवम्बर को होगी बैठक
शुक्रवार को हिंदू नेता मदन ठाकुर और विजय शर्मा ने जूस पीकर अपना अनशन तोड़ा। हिंदू रक्षा मंच के अध्यक्ष कमल गौतम ने जानकारी दी कि प्रशासन ने उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करने का भरोसा दिया है। समझौते के तहत प्रशासन और हिंदू संघर्ष समिति के सदस्यों की एक संयुक्त समिति गठित की जाएगी। विवादित मुद्दों और आगे की रणनीति के लिए 29 नवम्बर को दोनों पक्षों के बीच एक अहम बैठक होगी। हिंदू संगठनों ने प्रशासन के साथ सहयोग की बात कही है, लेकिन साथ ही चेतावनी दी है कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकलता तब तक संघर्ष जारी रहेगा।

अनशन टूटते ही बिगड़े हालात, चक्का जाम की बनी स्थिति
राहत की खबर के बीच संजौली में कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण भी हो गई। अनशन समाप्त होने के तुरंत बाद कुछ प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने सड़क पर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। इससे कुछ समय के लिए चक्का जाम की स्थिति बन गई। हालांकि, हिंदू संघर्ष समिति के नेताओं ने तुरंत हस्तक्षेप किया और यातायात को सामान्य करवाया। प्रदर्शनकारी कोर्ट द्वारा अवैध करार दी गई मस्जिद को तत्काल गिराने की मांग कर रहे थे।
नेताओं की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल ले जाना पड़ा
चार दिनों से अनशन पर बैठे नेताओं मदन ठाकुर और विजय शर्मा की हालत शुक्रवार को नाजुक हो गई थी। सुबह विजय शर्मा और दोपहर में मदन ठाकुर को उपचार के लिए आईजीएमसी ले जाया गया। उपचार के बाद दोनों नेता वापस धरना स्थल पर लौट आए।

इन तीन मांगों पर अड़े हैं हिंदू संगठन
हिंदू संगठनों ने प्रशासन के समक्ष मुख्य रूप से तीन मांगें रखी हैं। इनमें हिंदू संगठन के 6 लोगों पर दर्ज एफआईआर रद्द करना, अवैध मस्जिद का बिजली और पानी का कनैक्शन काटना और अवैध मस्जिद में नमाज अता न करने देना शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन ने एफआईआर रद्द करने की मांग को मान लिया है, जबकि अन्य मांगों पर 29 नवम्बर को गठित होने वाली 5 सदस्यीय कमेटी की बैठक में फैसला लिया जाएगा।
मस्जिद में नहीं हुई नमाज, पुलिस रही मुस्तैद
तनाव को देखते हुए मुस्लिम संगठनों ने शुक्रवार को विवादित मस्जिद में नमाज अता नहीं करने का फैसला लिया था, जिससे टकराव की स्थिति टल गई। सुरक्षा के लिहाज से संजौली में पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात रहा। वर्दी और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन प्रशासन और संगठनों के बीच बीती रात हुई बातचीत के कारण पुलिस ने बैरिकेडिंग नहीं की थी। अब सभी की निगाहें 29 नवंबर को होने वाली बैठक पर टिकी हैं, जिससे इस लंबे समय से चल रहे विवाद के स्थायी समाधान की उम्मीद की जा रही है।

