हिमाचल में बनीं 27 दवाओं के सैंपल फेल, ड्रग अलर्ट जारी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 13, 2022 - 10:25 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): प्रदेश में बनी 27 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इसमें कालाअम्ब के निक्सी लैबारेटरीज कंपनी के अकेले 14 सैंपल फेल हुए हैं जबकि 4 अन्य उद्योगों की 2-2 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने इस माह का ड्रग अलर्ट जारी किया है जिसमें देश भर में 83 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं जिसमें हिमाचल की ही 27 दवाएं शामिल हैं। सीडीएससीओ द्वारा देशभर से 1,487 दवाओं के सैंपल जांच के लिए भरे गए थे जिसमें से 1404 दवाएं मानकों पर खरी उतरी हैं जबकि 83 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए उसमें हार्ट, सर्जरी, एंटीबायोटिक, कैल्शियम, पेट के कीड़े व विटामिन की दवाइयां शामिल हैं। 

इन उद्याेगों की दवाओं के सैंपल हुए फेल
सीडीएससीओ के अनुसार एएनजी लाइफ साइंस उद्योग बद्दी की दवा टैल्मीसार्टन टैबलेट-40 एमजी का बैच टी-101006 व पैरासिटामोल टैबलेट-650 एमजी का बैच टी-120214, मोरपेन लैबोरेटरी बद्दी की दवा जिनकोफिन टैबलेट-20डीटी का बैच टी-1ई0108 व टी-1ई0122, सीबी हैल्थकेयर नालागढ़ की दवा अल्बेंडाजोल का बैच सीबीटी-122ए/20 व सीबीटी-714/21, गोपाल लाइफ साइंस यूनिट टू झाड़माजरी की पीसीडी कोल्ड का बैच नम्बर जीएलटी 21213, अल्ट्राड्रग उद्योग बद्दी की दवा सेफ्पोडॉक्सिम प्रोक्सेटिल का बैच यूसीटी-22159, यूनाइटल फार्मूलेशन बद्दी की दवा सेफ्ट्रिएक्सोन इंजैक्शन का बैच यूएनआई-210194, हिल्लिरस लैब बद्दी रैबिप्राजोल का बैच आरबीएम-501 व टोलपरिसोने का बैच टीएसबी-501, जी लैबोरेटरीज पांवटा साहिब की दवा गाबापेंटिन कैप्सूल का बैच 1721-625, स्कॉट एडिल उद्योग बद्दी की दवा बिसाकोडाइव का बैच डीटी 2एच005, निक्सी लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड कालाअम्ब की प्रोपोजल इंजैक्शन का बैच नम्बर पीएनएल 220505, नैक्सोफॉल इंजैक्शन का बैच नम्बर पीएनएल 220514, मेपडोफोल इंजैक्शन 20 पीएनएल 220043, नैक्सोफोल इंजैक्शन बैच नम्बर पीएनएल 220507, प्फोल 20 इंजैक्शन का बैच नम्बर पीएनएल 220515, प्रोपोजोल का बैच नम्बर पीएनएल 220421, प्रोजोफोल का बैच नम्बर पीएनएल 220420, प्रोवोवेन इंजैक्शन 20 का बैच नम्बर पीएनएल 210005, रोपूला इंजैक्शन 20 एमएल का बैच नम्बर एनएडीपीएफ 1सी, प्रोपोवेन इंजैक्शन 20 का बैच नम्बर एनएडीपीएफ 1ए, पूफोलिन इजैक्शन का बैच नम्बर एनएडीपीएफ 1बी, प्फोलोल-10 इंजैक्शन एनएडीओजी1सी, नैनफोल इंजैक्शन 10 एमएल का बैच नम्बर एनएडीओजी 1ए व प्रोपोफोल एमूलसन इंजैक्शन का बैच नम्बर पीएनएल 220513 का सैंपल फेल हुआ है।  मामला सामने आने के बाद राज्य दवा नियंत्रक ने कार्रवाई करते हुए संबंधित उद्योगों को नोटिस जारी कर स्टॉक रिकॉल के आदेश जारी कर दिए हैं। राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि जिन उद्योगों की दवाइयां फेल हुई हैं उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि ड्रग इंस्पैक्टर भी इन उद्योगों में जाकर निरीक्षण करेंगे।

पीजीआई में 5 मौतों के बाद बंद निक्सी लैबोरेटरीज में उत्पादन 
कालाअम्ब की निक्सी लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। सीडीएसओ द्वारा जारी किए गए ड्रग अलर्ट में इसके 14 सैंपल फेल हुए हैं। सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले जिस इंजैक्शन के अलग-अलग बैच के सैंपल फेल हुए हैं उनका उत्पादन पहले से ही बंद है। पीजीआई में इस इंजैक्शन के चलते अक्तूबर में 5 लोगों की मौत हुई थी। उस समय पीजीआई की जांच में भी इस इंजैक्शन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए थे। कई सैंपल फेल पाए गए थे। यह मामला सामने आने के बाद राज्य ड्रग विभाग ने इस उद्योग में इस इंजैक्शन के उत्पादन पर रोक लगा दी थी। यही नहीं, विभाग ने ही इंजैक्शन के सैंपल लेकर जांच के लिए सीडीएसओ की लैब में जांच के लिए भेज थे जिसमें से 14 सैंपल फेल हो गए हैं। इससे स्पष्ट हो गया है कि इस फार्मा उद्योग में घटिया क्वालिटी के इंजैक्शन का इस्तेमाल हो रहा था। इससे पूर्व कालाअम्ब की एमएस डिजिल विजिन की खांसी जुकाम में इस्तेमाल होने वाली कोल्ड बेस्ट पीसी कफ सिरप से जम्मू के रामनगर में दिसम्बर 2019 से जनवरी 2020 की अवधि में 12 शिशुओं की मौत हो गई थी। यह मामला सामने आने के बाद इस उद्योग को सील कर दिया गया था। इस प्रकार के मामले सामने आने के बाद ही हिमाचल में बन रही दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि पीजीआई में 5 लोगों की मौत का मामला सामने आने के बाद निक्सी लैबारेटरीज में इस इंजैक्शन के उत्पादन पर रोक है। ड्रग विभाग ने ही यह सैंपल लिए थे, जो जांच में फेल हो गए हैं।  

2 उद्योगों की 2-2 दवाओं के सैंपल हुए फेल 
सीडीएसओ के ड्रग अलर्ट में जिन उद्योगों की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें चार उद्योगों की 2-2 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इससे लग रहा है कि दवा उद्योग दवाओं के उत्पादन में कोताही बरत रहे हैं।  

नकली दवाओं के पकड़े जा चुके हैं 3 मामले 
बद्दी में 1.50 करोड़ से अधिक पकड़ी गई नकली दवाओं का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब 27 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। देश की सबसे बड़ी फार्मा हब में नकली दवाओं के तीन मामले पकड़े जा चुके हैं, जिसमें नामी कंपनियों के नाम पर नकली दवाएं बनाई जा रही थीं। 22 नवम्बर को पकड़े गए मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब डेढ़ करोड़ रुपए की नकली दवाओं का जखीरा बरामद किया जा चुका है। इसी तरह दो अन्य मामलों में फूड लाइसैंस पर चल रहे दो उद्योगों में नकली दवाओं का उत्पादन हो रहा था।  

देश में कुल 83 दवाओं के सैंपल फेल 
सीडीएसओ द्वारा जारी ड्रग अलर्ट में देशभर में कुल 83 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। मध्यप्रदेश में 6, गुजरात व पश्चिम बंगाल में 5 -5, हरियाणा में 3, पंजाब में 3, सिक्किम, राजस्थान, ओडिशा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश व आंधप्रदेश में 2-2 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इसी तरह तेलंगाना, दमन, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश में 1-1 दवा का सैंपल फेल हुआ है। 

इस साल हो चुके हैं 163 दवाओं के सैंपल फेल 
देश में जनवरी से दिसम्बर माह के बीच कुल 537 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं जिसमें 163 दवाएं हिमाचल में बनी हैं। 

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Content Writer

Vijay

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