Mandi: सीएम सुक्खू का बड़ा ऐलान, नेरचौक मेडिकल कॉलेज में इसी वर्ष शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी
punjabkesari.in Tuesday, Oct 14, 2025 - 06:59 PM (IST)
मंडी (रजनीश): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंडी जिले के श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज नेरचौक में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की हैं। कॉलेज के वार्षिक कार्यक्रम 'आईआरआईएस-2025' में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए उन्होंने ऐलान किया कि इसी वर्ष नेरचौक में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से लैस करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि नेरचौक मेडिकल कॉलेज में एमआरआई मशीन लगाने के लिए 28 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, जिसे अगले 2 माह के भीतर स्थापित कर दिया जाएगा। इसके अलावा यहां कैथ लैब के लिए स्वीकृत 12 करोड़ रुपए में से 9 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में एम्स दिल्ली की तर्ज पर एक ही ब्लड सैंपल से 100 तरह के टैस्ट करने की सुविधा शुरू होगी, जिसके लिए स्मार्ट डायग्नोस्टिक लैब बनाने हेतु 75 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।
पूर्व सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का लगाया आरोप
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में पूर्व भाजपा सरकार पर प्रदेश का खजाना लुटाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर पिछली सरकार ने पैसे का सही इस्तेमाल किया होता, तो आज प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं कहीं बेहतर होतीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार को सभी मेडिकल कॉलेजों की खराब हालत विरासत में मिली थी, लेकिन अब एम्स स्तर की तकनीक यहां लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि शिमला और टांडा मेडिकल काॅलेज में रोबोटिक सर्जरी पहले ही शुरू हो चुकी है, जहां अब तक 45 सफल ऑप्रेशन किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में टैक्नीशियन की कमी दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाई गई हैं। इसके अतिरिक्त डिपार्टमैंट ऑफ एमरजैंसी मेडिसिन में 38 पद स्वीकृत किए गए हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के गिनाए काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा के स्तर में भी व्यापक सुधार किए हैं, जिससे प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में 21वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने बिना सुविधाओं के स्कूल खोले थे, जिन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए बंद करना पड़ा। अब प्रदेश में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं और 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता दिलाई जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए छात्रों को असफलता से निराश न होने और मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए छात्रों को 5 लाख रुपए देने की भी घोषणा की।
ये रहे कार्यक्रम में माैजूद
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, विधायक चंद्रशेखर, अनिल शर्मा, इंद्र सिंह गांधी और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर एवं प्रकाश चौधरी, पूर्व सीपीएस सोहन सिंह ठाकुर, राज्य कौशल विकास निगम के समन्वयक अतुल कड़ोहता, एपीएमसी अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, जोगिंदर गुलेरिया, कांग्रेस नेता जगदीश रेड्डी, विजय पाल सिंह, जीवन ठाकुर, नरेश चौहान, लाल सिंह कौशल, पवन ठाकुर व चंपा ठाकुर सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

