अधवानी में स्टोन क्रशर का विरोध, ग्रामीणों ने बोला हल्ला

punjabkesari.in Tuesday, Aug 03, 2021 - 05:27 PM (IST)

ज्वालामुखी (नितेश) : अधवानी में स्टोन क्रशर के विरोध को लेकर अधवानी पंचायत के बाशिंदों ने अपनी आवाज बुलंद कर ली है। सोमवार को ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप सड़कों पर उतरकर स्टोन क्रशर का भरसक विरोध किया, साथ ही इस संबन्ध में ज्ञापन पत्र भेजा। ग्रामीणों ने ज्ञापन पत्र मुख्यमंत्री के साथ साथ हाईकोर्ट शिमला, ग्रीन ट्रिब्यूनल, राज्यपाल, जिलाधीश कांगड़ा व उपमंडल ज्वालामुखी को भेजा। बता दें कि अधवानी के बाशिंदे स्टोन क्रशर के विरोध में हैं। लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर से स्टोन क्रशर की अनुमति को रद्द करने की लिखित शिकायत पूर्व में भी की है। लोगों का कहना है कि उन्हें इस मामले की भनक तब लगी, जब खनन विभाग की टीम ब्यास नदी के किनारे लगने जा रहे स्टोन क्रशर का मौका देखने के लिए पहुंची थी। ग्रामीणों ने दलील दी है कि जहां क्रशर लगने जा रहा है, वहां से 400 मीटर की दूरी पर सरकारी स्कूल है। बर्ड सेंक्चुरी का स्थान भी इसके साथ लगता है। इस बीच पूरा प्रशासनिक अमला अधवानी में मौके पर पहुंचा था और गांववासियों को समझाने का काफी प्रयास किया। 

जिला परिषद सीमा देवी, प्रधान अनीता कुमारी, यश कुमार, सतीश कुमार, राम स्वरूप, सुभाष चंद, राकेश कुमार, सुधीर कुमार, कुलदीप कुमार, जगदीश, पुरषोत्तम, समिति सदस्य आरती राणा, युवा मंडल अधवानी  यशविन्दर सिंह मोंटी, काकू भाई, पपु भाई आदि सभी का कहना है कि यहां पर क्रशर किसी भी सूरत में लगने नहीं दिया जाएगा। स्टोन क्रशर लगाने के लिए जो मापदंड तय होने चाहिए, उनकी अवहेलना की जा रही है। क्रशर को जाने के लिए रास्ता भी नहीं है। यहां के लिए लोगों की पशुशाला से होकर रास्ता जाता है। यहां विभाग की ओर से पौधे लगाए गए हैं और गांव भी साथ लगता है। थोड़ी ही दूर पर सरकारी स्कूल भी है। ग्रामीणों का यह विरोध लंबे समय से चला आ रहा है। ग्रामीणों का यही कहना है कि यहां पर किसी भी कीमत पर क्रशर नहीं लगना चाहिए। पंचायत प्रतिनिधि भी ग्रामीणों के साथ हैं। पंचायत की ब्लॉक समिति सदस्य आरती राणा का कहना है कि ग्रामीणों का विरोध जायज है और हम ग्रामीणों के साथ खड़े हैं और हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि ग्रामीणों की समस्या को सुना जाए। आज हम सभी ने डाक के माध्यम से पत्र डालकर अपनी मांगें सरकार को भेजी है।
 


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Content Writer

prashant sharma

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