Kangra: हम हिमाचल में ऑस्टियोपैथी कॉलेज स्थापित करने के इच्छुक : श्रीश्री रविशंकर
punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 06:41 PM (IST)
पालमपुर (गौरव): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को कांगड़ा जिले के पालमपुर के निकट गुजरेहड़ा स्थित पंजपीरी शीतला माता मंदिर में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर के साथ पूजा-अर्चना की। उन्होंने नव-निर्मित मंदिर में दीप प्रज्वलित किया और श्रीश्री रविशंकर से आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्रीश्री रविशंकर ने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि उनकी देवी-देवताओं में गहरी आस्था है, इसलिए उन्हें ‘देवभूमि’ के लोगों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के ठीक सामने भव्य पंजपीरी शीतला माता मंदिर का निर्माण किया गया है। उन्होंने जीवन में साधना के महत्व पर बल देते हुए कहा कि ईश्वर हमसे दूर नहीं हैं, बल्कि वे हमारे भीतर ही निवास करते हैं।
श्रीश्री रविशंकर ने यह भी बताया कि उनका संगठन हिमाचल प्रदेश में एक ऑस्टियोपैथी कॉलेज स्थापित करने का इच्छुक है, ताकि स्थानीय युवा इस आधुनिक उपचार पद्धति को सीख कर स्थायी आजीविका अर्जित कर सकें। उन्होंने कहा कि समाज को नवीन और पारंपरिक, दोनों पद्धतियों को अपनाकर आगे बढ़ना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने श्रीश्री रविशंकर की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह समाज में शांति, सहिष्णुता और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए दुनियाभर में अथक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि उन्होंने धौलाधार की गोद में ‘कैलाश आश्रम’ की स्थापना की है, जहां दुनियाभर से अनुयायी नई ऊर्जा प्राप्त करने आएंगे।
इस अवसर पर एचपीटीडीसी के अध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली, विधायक आशीष बुटेल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, प्रधान सलाहकार (आईटी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, हिमाचल प्रदेश कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, हिमाचल प्रदेश ऊन महासंघ के अध्यक्ष मनोज ठाकुर, एपीएमसी कांगड़ा के अध्यक्ष निशु मोंगरा, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी, डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा, एसपी अशोक रत्न और अन्य गण्यमान्य भी उपस्थित थे।
गुजरेहड़ा संपर्क मार्ग पक्का होगा
सीएम ने इस मौके पर घोषणा कि की आर्ट ऑफ लिविंग के अनुयायियों को इस क्षेत्र में आने-जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए गुजरेहड़ा संपर्क मार्ग को पक्का किया जाएगा।

