Mandi: स्कूल शिक्षा बोर्ड और एसपीयू का वजूद खत्म करने की साजिश रच रही सरकार : राकेश जम्वाल
punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 10:25 PM (IST)

मंडी (रजनीश): भाजपा के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार 55 साल पुराने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और सरदार पटेल विश्वविद्यालय के वजूद को खत्म करने की साजिश रच रही है। पत्रकारों से वार्ता के दाैरान राकेश जम्वाल ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने ऐलान किया है कि प्रदेश के 100 सीनियर सैकेंडरी स्कूलों को सीबीएसई में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए लड़के और लड़कियों के स्कूलों को मिलाकर एक क्लस्टर बनाया जाएगा, जिसके चलते यह आंकड़ा 100 की संख्या को पार कर जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा बीते 55 वर्षाें से प्रदेश में परीक्षाएं संचालित की जा रही है। हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड के माध्यम से पास हुए विद्यार्थी हर क्षेत्र में अपनी बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबसे यह सरकार सत्ता में आई है पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा खोले गए करीब एक हजार संस्थानों को डिनोटिफाई कर दिया गया और अब सीबीएसई की आड़ में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की 55 साल की सेवाएं प्रदान करने के बावजूद बंद करने की मंशा लग रही है।
राकेश जम्वाल ने कहा कि हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर है और राज्य सरकार को 87 करोड़ रुपए बोर्ड की देनदारी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से एफिलिएटिड स्कूलों में एनसीआरटी का सिलेबस पढ़ाया जा रहा है, जबकि सीबीएसई का सिलेबस चुनिंदा स्कूलों में पढ़ाने से दूसरे स्कूलों के बच्चों में हीन भावना आएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बेहतर शिक्षा और बेहतरीन शैक्षिक ढांचे के उद्देश्य से पीएमश्री स्कूलों की स्थापना की है। सीबीएसई के एफिलिएशन के लिए स्कूलों को अलग से फीस अदा करनी पड़ेगी। इसके अलावा स्टाफ भी अलग होगा, स्कूल शिक्षा बोर्ड से सेवानिवृत्त कर्मचारियों पर भी इसका असर पड़ेगा।
वहीं सुक्खू सरकार द्वारा मंडी में पूर्व की जयराम सरकार द्वारा स्थापित सरदार पटेल विश्वविद्यालय को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि शुरू में इस विश्वविद्यालय के साथ मंडी, कुल्लू, लाहाैल-स्पीति, कांगड़ा और चम्बा जिलों के 122 काॅलेज शामिल किए गए थे। मगर बाद में कांगड़ा और चम्बा जिलों को एसपीयू से हटाकर एचपीयू में शामिल कर दिया, जिससे तीन जिलों के काॅलेजों की संख्या घटकर 45 रह गई। अब 15 बीएड काॅलेज भी एसपीयू से बाहर निकाल दिए गए हैं। यह अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण कदम है, जिससे एसपीयू को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है।
राकेश जम्वाल ने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार की मंशा सरदार पटेल यूनिवर्सिटी और स्कूल शिक्षा बोर्ड को बंद करने की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और सरदार पटेल विश्वविद्यालय को बंद किया तो भाजपा सड़कों पर उतर कर इसका विरोध करेगी और सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा। इस अवसर पर भिहाल चंद, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा और जिला महामंत्री कर्ण वर्धन मौजूद रहे।