Himachal: कुलदीप राठौर बाेले-हिमाचल के सेब उद्योग पर मंडरा रहे खतरे के बादल, आयात शुल्क घटा तो बर्बाद हो जाएंगे बागवान

punjabkesari.in Wednesday, Jul 02, 2025 - 05:28 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में 5 हजार करोड़ का योगदान करने वाले सेब उद्योग पर आज खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने बुधवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालने के बाद पूरे विश्व में जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की है, उससे हड़कंप मच गया है। राठौर ने कहा कि ट्रंप की नीतियों को उनके ही देश में भी विरोध हो रहा है। वह एक राष्ट्रपति की तरह नहीं, बल्कि बिजनैसमैन की तरह बात करते हैं।

बागवानों को खुद सेब के पौधे काटने पर होना पड़ेगा विवश 
कुलदीप राठौर ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता से साफ संकेत मिल रहे हैं कि देश में आयात होने वाली अमेरिकी सेब विशेष रूप से रैड डिलिशियस पर टैरिफ में कटौती के लिए भारी दबाव बनाया जा रहा है, जो सीधेतौर पर हिमाचल के सेब उद्योग के लिए बड़ा खतरा है। राठौर ने कहा कि पहले ही बागवान मौसम अनुकूल न होने की मार झेल रहे हैं, ऐसे में यदि विदेशी सेब पर आयात शुल्क खत्म कर दिया जाता है तो वह दिन भी दूर नहीं जब बागवानों को खुद सेब के पौधे काटने पर विवश होना पड़ेगा। राठौर ने कहा कि ऐसे में  सभी पहलुओं को देखते हुए उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ ही प्रदेश के सभी सांसदों को एक पत्र लिखा है और केंद्र के समक्ष प्रदेश के बागवानों की आवाज बुलंद करने को आग्रह किया है।

उचित दाम तक नहीं मिल पा रहे
कुलदीप राठौर ने कहा कि बेमौसमी बारिश, बरसात, बाढ़ व ओलावृष्टि के चलते सेब की पैदावार पर हर वर्ष असर पड़ता है। इसी तरह विदेशी सेब पर आयात शुल्क न बढ़ाए जाने से बागवानों को कई दफा तो अपनी फसल के उचित दाम तक मिल पाते हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी सेब पर आयात शुल्क शत-प्रतिशत किया जाना चाहिए।

प्रोजैक्ट का सदुपयोग नहीं कर पाई पूर्व भाजपा सरकार
कुलदीप राठौर ने कहा कि प्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार ने विश्व बैंक से 1134 करोड़ का बागवानी प्रोजैक्ट स्वीकृत करवाया था लेकिन पूर्व भाजपा सरकार उसका सदुपयोग नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि यह मामला वह पहले भी उठा चुके हैं।
हिमाचल की खबरें व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए इस Link पर करें क्लिक


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Related News