Himachal: बाढ़ में बहती आई हजारों टन लकड़ी काे लेकर कुलदीप राठाैर ने उठाए सवाल, CM से की उच्च स्तरीय जांच की मांग
punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 06:15 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश में बीते दिन बादल फटने और जगह-जगह बाढ़ आने से हजारों टन लकड़ी कहां से बहती हुई आ गई, यह बेहद चिंता विषय है। इससे पहले जब वर्ष 2023 में आपदा आई थी तो थुनाग में भी ऐसा ही देखने को मिला था। ऐसे में मुख्यमंत्री को पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच बैठानी चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने शुक्रवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीते दिनों आई आपदा से 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ लापता हैं। सरकार बचाव एवं राहत कार्य में जुटी है, लेकिन प्रकृति खुद प्रमाण दे रही है कि उसके साथ क्या हो रहा है। जंगल और नदी-नाले गवाही दे रहे हैं कि अवैध खनन और कटान हो रहा है। कहीं न कहीं इन परिस्थितियों के लिए अवैध खनन और कटान भी जिम्मेदार है, साथ ही इससे प्रदेश के पर्यटन को भी भारी नुक्सान हो रहा है।
जिम्मेदारी से काम नहीं कर रहा वन विभाग
कुलदीप राठौर ने कहा कि ऐसे में प्रदेश और आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वन विभाग भी जिम्मेदारी से काम नहीं कर रहा है। इस लिए मुख्यमंत्री को कड़े आदेश जारी करते हुए उच्च स्तरीय जांच बैठानी जाए। राठौर ने कहा कि जहां-जहां प्रोजैक्ट लग रहे हैं, वह हजारों पेड़ काटे जा रहे हैं। नदी-नालों किनारे मकान बन रहे हैं। ऐसे में सभी पहलुओं को देखते हुए अब सरकार को एक ऐसी नीति बनानी चाहिए, जिससे ऐसी आपदाओं में जान माल का नुक्सान न हो।
केंद्रीय मंत्री बताएं, क्या ये अघोषित आपातकाल नहीं?
कुलदीप राठौर ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बीते दिन शिमला में दिए गए बयान पर भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता पूरे देश में आपातकाल का रोना रहे हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें ये देख लेना चाहिए कि क्या आज वास्तव में देश का लोकतंत्र और संविधान खतरे में नहीं है। उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई जैसी एजैंसियों कर दुरुपयोग कर आज विरोधियों पर केस बनाए जा रहे हैं। पीएम के खिलाफ बोलने पर कांग्रेस नेताओं पर केस बन रहे हैं, ऐसे में केंद्रीय मंत्री बताएं कि क्या आज देश में बोलने की आजादी है, क्या से अघोषित आपातकाल नहीं है।
भाजपा की वाशिंग मशीन में भ्रष्टाचारी भी हाे जाते हैं क्लीन
कुलदीप राठौर ने कहा भाजपा की वाशिंग मशीन में एक तरफ से भ्रष्टाचारी को डालो तो दूसरी तरह से सफेद कपड़ों में साफ-सुथरा निकलेगा। उन्होंने कहा कि नेताओं पर केंद्रीय एजैंसियों का दबाव बनाया जा रहा है। आज देश के चुनाव आयोग पर भी प्रश्नचिन्ह है। न्यायपालिका तक पर दबाव बनाने के प्रयास हो रहे हैं।
क्या अटल सरकार में बोलने की आजादी नहीं थी?
कुलदीप राठौर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री कह रहे हैं कि वर्ष 2014 के बाद बोलने की आजादी मिली। उन्होंने कहा कि ऐसे में केंद्रीय मंत्री को ये भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी सरकार में बोलने की आजादी थी। भाजपा की पूर्व सरकारों में भी बोलने की आजाद नहीं थी। उन्होंने कहा कि अब देश में सामने ऐसी तस्वीर पेश की जा रही है कि केवल 2014 के बाद से ही देश का इतिहास शुरू होता है।
हिमाचल की खबरें व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए इस Link पर करें क्लिक