विधानसभा में खनन के मुद्दे पर मंत्री-विधायक आमने-सामने, एक-दूसरे को सुनाई खरी-खोटी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 04, 2021 - 10:43 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश विधानसभा में स्टोन क्रशरों के बंद होने और खनन के मुद्दे पर सत्तापक्ष की तरफ से उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह और विधायक रमेश धवाला आमने-सामने नजर आए। दोनों नेताओं ने जहां एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाई, वहीं कई सवाल भी खड़े किए। हुआ यूं कि विधानसभा में नियम-62 के तहत भाजपा विधायक रमेश चंद धवाला ने स्टोन क्रशरों के बंद होने के कारण उत्पन्न स्थिति का मामला उठाया। उनका कहना था कि क्रशर मालिकों को जेसीबी से रेत-बजरी निकालने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनके खिलाफ पुलिस में दर्ज मामले वापस लेने चाहिए।

रेत-बजरी न मिलने से रुके मनरेगा के काम

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मेरी बात का बुरा न मानें, 3-3 सालों से परमिशन की फाइलें धूल फांक रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना ने वैसे ही लोगों का दिवाला निकाल दिया है, जिससे श्रमिकों को रोटी के लाले पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेत-बजरी न मिलने से मनरेगा का काम भी नहीं हो पा रहा है। उन्होंने सलाह दी कि यदि हालात में सुधार नहीं होता है तो वह खुद संघर्ष करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि अफसरशाही हावी होगी तो लोग क्या करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि उद्योग विभाग के नए निदेशक की मदद से सरकार स्थिति को पटरी पर ला सकती है।

क्रशर मालिकों को मानने होंगे कायदे-कानून

विधायक रमेश चंद धवाला की तरफ से उठाए गए मामले पर उद्योग मंत्री ने स्पष्ट किया कि क्रशर मालिकों को कायदे-कानून मानने होंगे और किसी को भी हेरा-फेरी की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोडिंग के मुद्दे पर सरकार जल्द अधिसूचना जारी करने जा रही है। सरकार क्रशर मालिकों से बात कर उनकी समस्या का समाधान खोजेगी और हड़ताल को समाप्त करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब धवाला ने मंत्री बनने से इंकार किया तो उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला।

राज्य में इस समय कुल 376 स्टोन क्रशर स्थापित

उन्होंने कहा कि खनिजों की निर्बाध आपूर्ति को बनाए रखने के लिए सरकार की तरफ से 462 खनन पट्टे प्रदान किए गए हैं तथा राज्य में इस समय कुल 376 स्टोन क्रशर स्थापित हैं। उन्होंने कहा कि जिला मंडी, शिमला, कुल्लू, बिलासपुर, सिरमौर, ऊना, कांगड़ा, चम्बा एवं हमीरपुर के नदी-नालों में पड़े हुए रेत, रोड़ी, बजरी एवं पत्थर की खानों को चिन्हित करने के बाद 221 खनन पट्टों की नीलामी कर दी गई है। इनमें से 13 खनन पट्टों में खनन कार्य शुरू हो गया है तथा शेष नीलामी क्षेत्रों में पर्यावरण एवं वन विभाग की स्वीकृतियां प्राप्त होने के बाद खनन कार्य शुरू हो जाएगा।

धवाला के लिए विपक्ष ने भी बजाईं तालियां

विधायक धवाला ने जब यह कहा कि हालात यह हैं कि ओवरलोडिंग के आरोप में उनके अपने लड़के तक का चालान कर दिया गया तो विपक्ष के सदस्य भी तालियां बजाए बिना नहीं रह सके। इस तरह मामला उठाते समय उनका तल्ख अंदाज जारी रहा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Recommended News

Related News