नोटिस का जवाब देने विधानसभा सचिवालय पहुंचे 3 निर्दलीय विधायक, इस्तीफे नहीं हुए स्वीकार

punjabkesari.in Wednesday, Apr 10, 2024 - 06:46 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के स्तर पर अभी 3 निर्दलीय विधायकों होशयार सिंह, केएल ठाकुर एवं आशीष शर्मा के इस्तीफों पर फैसला नहीं हो पाया है। तीनों निर्दलीय विधायक अध्यक्ष की तरफ से मिले नोटिस का जवाब देने के लिए बुधवार को विधानसभा सचिवालय पहुंचे थे। इस दौरान 2 बार उनके पक्ष को मौखिक एवं लिखित रूप से सुना गया। विधानसभा सचिवालय की तरफ से निर्धारित समय के अनुसार पहली बार निर्दलीय विधायक दोपहर 12.15 बजे अध्यक्ष से मिलने के लिए कमेटी रूम में उपस्थित हुए। उन्होंने इस दौरान अपने इस्तीफे अविलम्ब स्वीकार करने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि उनके ऊपर किसी तह का कोई दबाव नहीं है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों को लिखित तौर पर जवाब देने के लिए दोपहर 2.30 बजे का समय दिया। कुल मिलाकर विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी कार्यवाही के दौरान उनके इस्तीफे से जुड़े विषय को लेकर सवाल पूछे। इन सवालों का उत्तर जानने के बाद अध्यक्ष ने इसके ऊपर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की।

इस तरह घटित हुआ घटनाक्रम
3 निर्दलीय विधायकों ने गत 22 मार्च को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया। इसके बाद गत 23 मार्च को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। तीनों निर्दलीय विधायक अपना पक्ष रखने के लिए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भी मिले, जिसके बाद उनके पत्रों की प्रति को 2 राज्यों को लेकर आए कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को भेजा गया था। इसी दौरान विधानसभा अध्यक्ष को प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री व विधायकों ने मिलकर एक पत्र सौंपा, जिसमें निर्दलीय विधायकों की तरफ से दबाव में आकर इस्तीफा देने का आरोप लगाया। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने जहां राज्यपाल की तरफ से भेजे गए पत्रों का जवाब दिया, वहीं निर्दलीय विधायकों का पक्ष जानने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया। अध्यक्ष से मिलने से पहले निर्दलीय विधायक अपने इस्तीफे स्वीकार करने के लिए गत दिन विधानसभा परिसर में धरने पर भी बैठे तथा अब उनकी तरफ से हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया गया है, जिस पर 24 अप्रैल को सुनवाई होनी है।

क्या बोले निर्दलीय विधायक
निर्दलीय विधायक होशयार सिंह ने कहा कि उन्होंने बिना राजनीतिक दबाव के अपने इस्तीफे दिए हैं। ऐसे में उनके इस्तीफे जल्द स्वीकार किए जाने चाहिए, ताकि लोकसभा एवं विधानसभा के 6 अन्य उपचुनावों के साथ उनके विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की प्रक्रिया को साथ में पूरा किया जा सके। ऐसा करना सबके हित में है ताकि प्रदेश को बार-बार चुनाव प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़े। निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष यदि जल्द उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हैं तो वह हाईकोर्ट में दायर अपने केस को वापस ले लेंगे। उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं होने पर उनको मजबूरन हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा है। निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष हमारे जवाब से संतुष्ट नजर आए हैं। हमें उनका निर्णय मंजूर होगा। उम्मीद है जल्द उनकी तरफ से हमारे इस्तीफों को स्वीकार कर लिया जाएगा। हमने गत 22 मार्च को इस्तीफा देने के बाद 23 मार्च को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

मैं प्रोसिडिंग को कनक्लूड नहीं कर सकता : पठानिया
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि अब यह मामला हाईकोर्ट पहुंच गया, जिस पर अगली सुनवाई 24 अप्रैल को होगी। ऐसे में अब हाईकोर्ट के निर्णय का इंतजार करना होगा, क्योंकि अब पैरल प्रोसिडिंग शुरू हो गई है। इस कारण मैं प्रोसिडिंग को कनक्लूड नहीं कर सकता। निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे क्या संवैधानिक तौर पर वाजिब है या नहीं मैं इस पर बोलना नहीं चाहता। हम हाईकोर्ट में अपना जवाब देंगे। संवैधानिक मर्यादाओं के अनुसार मुझे निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे से जुड़े तथ्यों की जांच करना जरूरी है।
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Content Writer

Vijay

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