स्वास्थ्य विभाग बना घोटाला विभाग, मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें जयराम : कांग्रेस

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 07:13 PM (IST)

शिमला (योगराज): कोरोना काल के बीच स्वास्थय विभाग से जुड़े घोटालों पर विपक्षी दल कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमलावार हो गई है। इसी कड़ी में कांग्रेस विधायक दल की एक आपात बैठक प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में विधानसभा के विपक्ष लांज में हुई और सरकार को घेरने का रोडमैप तैयार किया गया। कांग्रेस के सभी विधायकों ने एक स्वर में प्रदेश की जयराम सरकार को घोटालों की सरकार करार दिया और मुख्यमंत्री को प्रबंधन में नाकाम मानते हुए पद से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की।

सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है जयराम सरकार

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जयराम सरकार सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। सदी के सबसे बड़े मानवता पर आए संकट के दौरान स्वास्थ्य विभाग में घटिया दवाइयां, पीपीई किट्स, वैंटिलेटर, सैनिटाइजर और अन्य खरीद में घोटाले सार्वजनिक हुए हैं तथा जिस प्रकरण के चलते पार्टी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को हटाया गया, उससे प्रदेश पूरी तरह शर्मसार हुआ है। इस मसले में देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके उच्च स्तरीय जांच को अंजाम दिया जाना चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत हुई खरीद पर श्वेत पत्र जारी करे सरकार

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के अढ़ाई साल के कार्यकाल के दौरान जितनी भी खरीद हुई हैं, उसको लेकर श्वेत पत्र जारी किया जाए। कोरोना काल की तमाम खरीद का विशेष ऑडिट करवाकर जनता के समक्ष रखा जाए। उन्होंने कहा कि विधायक दल का मानना है कि राज्य की जयराम सरकार ने कोविड-19 के दौर में बहुत ही लापरवाही से काम किया है और आम आदमी की सेवा करने के राजधर्म को निभाने में यह सरकार पूरी तरह विफल हुई है। मौजूदा सरकार की विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में आंदोलन चलाकर सरकार को बेनकाब किया जाएगा।

प्रदेश में सबसे बड़ा स्वास्थ्य माफिया पनप कर सामने आया

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में स्वास्थ्य विभाग घोटालों का विभाग बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे बड़ा स्वास्थ्य माफिया पनप कर सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग में खरीद के दलाल हर तरफ  दनदना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां पहले पत्र बम ने बवाल मचाया था, वहीं सीएमओ के माध्यम से दवाइयों की सवा सौ करेाड़ रु पए की खरीद मामले की गूंज विधानसभा में सुनने को मिली। खरीद में हेरा-फेरी और उसके बाद आयुर्वेद विभाग में घोटाले से यह प्रदेश कहराता रहा और अब तो पीपीई किट्स, सैनिटाइजर व वैंटिलेटर खरीद ने हिमाचल की राजनीति को शर्मसार किया है। बैठक में पार्टी के सभी 21 विधायक मौजूद रहे।

विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग दोहराई

कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि कोरोना काल में हुए घोटालों पर चर्चा हो सके। नेता विपक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी सरकार सदन में चर्चा से सरकार कतरा रही है जबकि भाजपा के कुछ विधायक भी सत्र की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भ्रष्टाचार करने वालों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के समय में भी लोगों को राहत देने में सरकार पूरी तरह से नाकाम रही और सारा ध्यान घोटालों को अंजाम देने में बीत गया और अब महंगाई अपने चरम पर है। कोरोना काल में राशन की स्कीम से जनमानस को मिल रहे फायदों को भी छीनने की कोशिश की गई।

परमार को क्यों हटाया, बिंदल के इस्तीफे के पीछे क्या है राज

नेता विपक्ष ने कहा कि जो पत्र बम सामने आया था, उसमें लगाए गए आरोप की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जानना चाहती है कि विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार को स्वास्थ्य मंत्री पद से क्यों हटाया गया। इसी तरह पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. बिंदल के इस्तीफा देने के पीछे का क्या राज है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीएम ने पीएमओ को जो रिपोर्ट भेजी है, उसे जनता के दरबार में रखा जाए। इसके साथ ही कोविड-19 के नाम पर प्रदेश में जो पैसा एकत्रित हुआ है और कितनी राशि केंद्र से आई, उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।

मंत्रिमंडल विस्तार-नए चेयरमैन बनाने के लारे-लप्पे छोड़ें मुख्यमंत्री

कांग्रेस विधायक दल ने कहा कि मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार, नए चेयरमैन बनाने के लारे-लप्पे की योजना को त्याग कर अपना इस्तीफा दें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब सरकार विभिन्न विभागों के खातों में पड़े 12 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बना रही है। हजारों करोड़ो रु पए कर्ज लेने की योजना बनाने से पहले सरकार यह बताए कि 20 लाख करोड़  रुपए के आर्थिक पैकेज में हिमाचल प्रदेश को क्या हासिल हुआ।

सरकार के स्तर पर रही कई कमियां : वीरभद्र सिंह

पूर्व मुुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भ्रष्टचार के जो आरोप लग रहे हैं, उनकी निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। सरकार के स्तर पर कई कमियां रही हैं।


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Vijay

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