शिंकुला टनल निर्माण के सर्वे को चिनूक हैलीकॉप्टर ने भरी उड़ान

punjabkesari.in Monday, Oct 19, 2020 - 08:27 PM (IST)

मनाली: शिंकुला टनल निर्माण को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे हवाई सर्वे को आज सुबह चिनूक हैलीकॉप्टर लाहौल के स्तींगरी हैलीपैड पहुंचा। जोजिला के बाद अब देश में दूसरी बार किसी टनल निर्माण के सर्वे में डेनमार्क की एयरबोर्न इलैक्ट्रो मैग्नैटिक तकनीक का इस्तेमाल होगा। स्तींगरी से चिनूक ने आज हवाई सर्वे के लिए 500 किलो वजनी एंटीना को बांधकर 16 से 17 हजार फुट की ऊंचाई पर जांस्कर रेंज में सोमवार को उड़ान भरी। एंटीना जमीन से करीब 60 मीटर दूर रहकर पहाड़ के भूगर्भ में 700 मीटर तक स्कैन करेगा। इलैक्ट्रो मैग्नैटिक तरंगों के जरिए एंटीना भूगर्भ के स्ट्राटा की हर तस्वीर मॉनीटर को प्रेषित करेगा। एंटीना के भेजे इनपुट के आधार पर टनल निर्माण की रूपरेखा तैयार होगी। सभी प्रक्रिया पूरी कर चिनूक हैलीकॉप्टर दोपहर बाद चंडीगढ़ वापस लौट गया, यह प्रक्रिया अगले 2 दिन तक जारी रहेगी। शिंकुला सुरंग का निर्माण कार्य अप्रैल 2021 में शुरू हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण के इंजीनियर गत वीरवार से सर्वेक्षण कार्य में जुटे हैं।

दारचा से शिंकुला जोत होते हुए लखांग की दूरी 22 किलोमीटर होगी कम
राष्ट्रीय उच्च मार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक एवं कार्यकारी निदेशक संजीव मलिक स्वयं सर्वेक्षण को लेकर मोर्चा संभाले हुए हैं। यह टनल दारचा से बारालाचा की ओर पतसेऊ से बनेगी और जांस्कर घाटी के लखांग में निकलेगी। इस समय दारचा से शिंकुला जोत होते हुए लखांग की दूरी 58 कि.मी. है लेकिन पटसेऊ से टनल का निर्माण होने से सफर लगभग 33 कि.मी. रह जाएगा। साढ़े 13 कि.मी. लंबी टनल न केवल 22 कि.मी. सफर कम करेगी, बल्कि जांस्कर घाटी के सफर को भी सुगम करेगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Kuldeep

Recommended News

Related News