मिंजर मेले की पहली संध्या में चला लखविंद्र बडाली के गीतों का जादू

punjabkesari.in Sunday, Jul 23, 2017 - 10:51 PM (IST)

चम्बा: ऐतिहासिक मिंजर मेला की पहली सांस्कृतिक संध्या पूरी तरह से लखविंद्र बडाली के नाम रही। मिंजर मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या के मुख्य आकर्षण लखविंद्र बडाली ने साढ़े 8 बजे मंच संभाला। उन्होंने एक के बाद एक सूफी गीत पेश कर जहां लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, वहीं पंजाबी टप्पे पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

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इससे पूर्व मिंजर मेला की पहली सांस्कृतिक संध्या का आगाज हिमाचली लोक संस्कृति के साथ हुआ। प्रदेश के लोक कलाकारों के साथ लोक दलों ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियां पेश कीं। विकासशील मंच चम्बा के कलाकारों ने चंबयाली लोग गीत पेश किया। इसके बाद बाद गौतमी ने फिल्मी गीतों की झड़ी लगाई। इसके बाद अजीत भट्ट एंड पार्टी ने मिंजर की आत्मा कहे जाने वाले लोकगीत कुंजड़ी मल्हार को पेश किया। 

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वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी रहे मुख्यातिथि
मिंजर मेला की पहली सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि के तौर पर वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने शिरकत की। मिंजर मेला आयोजन समिति अध्यक्ष डी.सी. सुदेश मोख्टा ने सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि को स्मृति चिंह भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर वन मंत्री के पुत्र एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अमित भरमौरी मौजूद रहे। सांस्कृतिक संध्या में गणेश कला मंच चम्बा के कलाकारों, चम्बा के गायक जितेंद्र शर्मा व माला, कुशल म्यूजिकल ग्रुप, राज कुमार म्यूजिकल ग्रुप, वीर म्यूजिकल ग्रुप, पूजा चौधरी व मंगला के सतीश गौतम ने भी अपनी प्रस्तुति दी। 

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