स्वाइन फ्लू से IGMC के डॉक्टर की मौत, PGI पहुंचने से पहले ही तोड़ा दम

punjabkesari.in Sunday, Jul 02, 2017 - 07:35 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में  रेडियोलॉजी विभाग के प्रोफैसर की रविवार को स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। वह बीते 24 जून को स्वाइन फ्लू की चपेट में आए थे। इन्हें आई.जी.एम.सी. के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया था। स्वास्थ्य में कुछ सुधार न होने के चलते उन्हें पी.जी.आई. ले जाया जा रहा था लेकिन आधे रास्ते में ही डाक्टर की मौत हो गई। यह डाक्टर मूल रूप से शिमला के ही रहने वाले थे और रेडियोलॉजी विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे। 

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पिछले हफ्ते हो चुकी 3 वर्षीय मासूम की मौत
एक हफ्ता पहले भी संजौली का 3 वर्षीय मासूम, एक रामपुर का व्यक्ति और 2 कुपवी के रहने वाले युवक आई.जी.एम.सी. में भर्ती हुए थे। अब तक इस वर्ष के स्वाइन फ्लू के 9 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं। इस वर्ष स्वाइन फ्लू से यह दूसरी मौत है। बाहरी राज्यों से शिमला घूमने आने वाले सैलानियों को भी सावधान रहना होगा। 2016 में हिमाचल प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 5 मौतें हुई थीं और 14 मामले पॉजीटिव आए थे।

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बिना मास्क पहने न घूमें आई.जी.एम.सी.
अगर आप आई.जी.एम.सी. जाते हैं तो बिना मास्क पहने न जाएं क्योंकि इन दिनों स्वाइन फ्लू का अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह एक ऐसा वायरस है, जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके साथ निकले वायरस के विषाणु सतह पर आ जाते हैं जोकि 24 घंटे तक खुली हवा में जीवित रहते हैं और यदि इस दौरान कोई इनके संपर्क में आता है तो वह इस वायरस से संक्रमित हो सकता है।

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