HPBOSE: डीएलएड (सीईटी) और टैट परीक्षाओं के आवेदन शुल्क में बढ़ौतरी, अब दोगुना देनी होगी फीस
punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2024 - 01:10 PM (IST)
धर्मशाला (नवीन): हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली डीएलएड (सीईटी) तथा सभी विषयों की अध्यापक पात्रता परीक्षाओं के आवेदन शुल्क में बढ़ौतरी की है। अब परीक्षार्थियों को इन दोनों ही परीक्षाओं में भाग लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करते समय पहले के मुकाबले अधिक शुल्क देना पड़ेगा। बोर्ड ने दोनों ही परीक्षाओं के आवेदन शुल्क को दोगुना कर दिया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की मानें तो प्रदेश के नजदीकी राज्यों के बोर्डों एवं संस्थानों तथा देश के अन्य बोर्डों आदि द्वारा निर्धारित शुल्कों की तुलना करने के उपरांत करीब 11 वर्ष पूर्व निर्धारित आवेदन शुल्कों को पुन: निर्धारित किया गया है। बोर्ड अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड अधिनियम 1968 की धारा 19 (3) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली डीएलएड (सीईटी) तथा सभी विषयों की टैट परीक्षाओं के शुल्क को पुन: निर्धारित करने के सहर्ष आदेश प्रदान किए हैं। विदित रहे कि बोर्ड द्वारा साल में 2 बार अध्यापक पात्रता परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, जबकि एक बार डीएलएड (सीईटी) परीक्षा करवाई जाती है।
इस तरह रहेगा ऑनलाइन आवेदन शुल्क
अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान सामान्य कैटेगरी के अभ्यर्थियों को जहां पहले 800 रुपए शुल्क देना पड़ता था, अब उन्हें 1600 रुपए देना पड़ेगा। वहीं ओबीसी, एससी, एसटी एंड पीएचएच (दिव्यांग) अभ्यर्थियों को पहले आवेदन के लिए 500 रुपए देने पड़ते थे, अब उन्हें 1000 रुपए देने पड़ेंगे। वहीं विलंब शुल्क पहले जहां 300 रुपए था, अब 600 रुपए रहेगा। इसी तरह डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए पहले सामान्य कैटेगरी के अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान 600 रुपए देने पड़ते थे, अब उन्हें 1200 रुपए देने पड़ेेंगे। इसी तरह ओबीसी, एससी, एसटी, दिव्यांग और ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों को आवेदन करने के दौरान पहले जहां 400 रुपए लगते थे, अब उन्हें ऑनलाइन आवेदन शुल्क 800 रुपए देना पड़ेगा। वहीं विलंब शुल्क पहले जहां 300 रुपए था, उसे बढ़ाकर 600 रुपए कर दिया गया है।
बढ़ता शुल्क बेरोजगारों की जेब पर पड़ रहा भारी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित की जाने वाली विभिन्न परीक्षाओं के शुल्क में निरंतर बढ़ौतरी की जा रही है। यह बढ़ता शुल्क बेरोजगारों की जेब पर भारी पड़ रहा है। बीते साल भी विभिन्न परीक्षाओं के शुल्क में बढ़ौतरी हुई। जहां गत दिन भी बोर्ड ने प्रमाण पत्रों में नाम बदलने व वैरीफिकेशन के शुल्क में इजाफा किया था। इससे पहले 15 जुलाई 2024 की अधिसूचना के मुताबिक सभी कक्षाओं के अनुलिपि डुप्लीकेट प्रमाण पत्र शुल्क में भी बढ़ौतरी की गई है। वहीं 5 नवम्बर 2023 को भी बोर्ड द्वारा संचालित परीक्षाओं के शुल्क में इजाफा किया गया था।
क्या कहते हैं स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डाॅ. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि वर्तमान में अलग-अलग स्तर पर सामग्री, ईंधन-कागज, स्टेशनरी, प्रिंटिंग सामग्री व यातायात आदि की कीमतों में वृद्धि हो जाने से लगभग 10 से 11 वर्ष पूर्व निर्धारित आवेदन शुल्क को पुन: निर्धारित किया गया है। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ अति दुर्गम क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत कम अभ्यर्थियों के लिए बोर्ड को विशेष परीक्षा केंद्रों की स्थापना भी करनी पड़ती है।
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