Himachal Weather: फिरसे बदलेगा मौसम, अगले पांच दिनों तक बारिश और बर्फबारी की संभावना
punjabkesari.in Thursday, Jan 30, 2025 - 03:25 PM (IST)
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में आगामी पांच दिनों तक बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 31 जनवरी, 1, 3, 4 और 5 फरवरी को राज्य के मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं, निचले पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण मौसम में यह बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि, 2 फरवरी को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार हैं। इस बीच, अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड में इजाफा हुआ है।
शिमला में फिलहाल धूप खिलने के बावजूद हल्के बादल छाए हुए हैं, जबकि बुधवार को रोहतांग, कुल्लू और किन्नौर की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई। इससे इन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री सेल्सियस कम रहा। ठंड बढ़ने से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि पर्यटन से जुड़े व्यवसायों के लिए यह राहत की खबर है। सैलानी बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पहाड़ी क्षेत्रों का रुख कर सकते हैं, जिससे पर्यटन कारोबार को फायदा होगा।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। हालांकि, इसके बाद अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जबकि कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। तापमान में इस बदलाव से सर्दी का असर और बढ़ सकता है।
जनवरी के महीने में अब तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 82 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। 1 से 30 जनवरी तक प्रदेश में सामान्य रूप से 82.3 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक केवल 14.7 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। इस कमी से किसान, बागवान और पर्यटन से जुड़े कारोबारी चिंतित हैं। कृषि और बागवानी के लिए बारिश और बर्फबारी बेहद जरूरी होती है, क्योंकि इससे प्राकृतिक जल स्रोतों को भरने में मदद मिलती है और भविष्य में पानी की किल्लत से बचा जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का यह बदलाव पर्यटन और कृषि दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। जहां एक ओर अधिक बर्फबारी से पर्यटन व्यवसाय को फायदा हो सकता है, वहीं दूसरी ओर, लंबे समय तक बारिश की कमी से फसलें प्रभावित हो सकती हैं। बागवानी में सेब, नाशपाती और अन्य फलों की अच्छी पैदावार के लिए पर्याप्त ठंड और नमी की आवश्यकता होती है। यदि बर्फबारी नहीं होती है, तो आने वाले समय में किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मौसम में इस बदलाव के बीच स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो सकती हैं, जिससे आवाजाही में दिक्कतें आ सकती हैं। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखने और जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक मौसम कैसा रहेगा, यह पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता पर निर्भर करेगा। यदि पूर्वानुमान के अनुसार बारिश और बर्फबारी होती है, तो यह राज्य के लिए राहत की खबर होगी।