Weather Update: हिमाचल में मानसून का कहर, 6 मौतें, बारिश का टूटा रिकॉर्ड, मंगलवार को रहेगा बारिश का रैड अलर्ट

punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 09:18 PM (IST)

शिमला (संतोष): राज्य में मानसून कहर बरपा रहा है। एक ही दिन में 6 लोगों की मौत से हिमाचल सिहर उठा है। शिमला जिले के जुन्गा क्षेत्र के डुब्लू गांव में बाप-बेटी, जुब्बल कोटखाई उपमंडल के खनेटी के गांव चोल, डाकघर आदर्श नगर में भी भारी बारिश के कारण मकान के पीछे भूस्खलन होने से कलावती पत्नी बालम सिंह की मलबे में दबने से, जुब्बल के भौली गांव में आशा देवी स्व. अमर सिंह का मकान भी भूस्खलन की जद में आने से एक बच्ची कनिष्का, सिरमौर जिले की रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र की नौहराधार तहसील के चौरास गांव में एक महिला की मौत हो गई है।

बारिश का कहर इस कदर बरपा है कि जान व माल का खूब नुक्सान हुआ है और मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार को भी भारी से अत्यधिक भारी बारिश का रैड अलर्ट जारी किया गया है। 3 जिलों कांगड़ा, मंडी व सिरमौर में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का रैड अलर्ट, जबकि शेष अन्य 9 जिलों में भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि बुधवार को भी ऑरैंज अलर्ट रहेगा और यह सिर्फ 3 जिलों शिमला, सिरमौर व किन्नौर के लिए जारी किया गया है। गुरुवार को कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, जिससे उम्मीद है कि आगामी दिनों में मानसून थोड़ा शांत होगा।

1949 के बाद पहली बार अगस्त में सबसे अधिक बारिश दर्ज
आंकड़ों के अनुसार इस बार अगस्त महीने में हिमाचल में 434 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। यह वर्ष 1949 के बाद दूसरी सबसे बड़ी रिकॉर्ड बारिश है। 1948 में 456 मिलीमीटर और उससे पहले 1927 में सबसे ज्यादा 542 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग का कहना है कि यह 9वां मौका है जब हिमाचल में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। अब तक इस मानसून सीजन में प्रदेश में सामान्य से 39 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि अगस्त माह में यह आंकड़ा सामान्य से 69 फीसदी ज्यादा है।

भरमौर में मणिमहेश यात्रियों के 6 और शव बरामद, शिंकुला दर्रे में हुआ ताजा हिमपात
चम्बा में मणिमहेश यात्रा पर निकले 6 और श्रद्धालुओं के शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से 4 शवों की पहचान हो चुकी है। 25 अगस्त से लेकर 1 सितम्बर तक 17 यात्रियों की मौत हो चुकी है। लाहौल-स्पीति के शिंकुला दर्रे में सोमवार सुबह ताजा हिमपात हुआ है। अटल टलन रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल से सिस्सू के बीच पागलनाला में बाढ़ आने से मनाली-लेह मार्ग एक बार फिर से अवरुद्ध हो गया है। उधर, किन्नौर जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण एन.एच.-05 तीन स्थानों पर अवरुद्ध हो गया। कालका-शिमला हाईवे भी कंडाघाट के समीप मनसा के पास पहाड़ी दरकने से बंद हो गया है। निगुलसरी व नाथपा में शनिवार से मार्ग बंद है, जबकि अब तरंडा ढांक में भी भूस्खलन हो गया। इसके अलावा ऊना जिले की परोईयां कलां में कई लोगों के घरों के पास भूस्खलन होने से इनमें मवेशी दब गए हैं।

मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने भारी जनहानि पर जताया शोक
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण हुई जनहानि पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कठिन घड़ी में राज्य सरकार प्रभावितों के साथ मजबूती से खड़ी है और उनकी हरसंभव सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से खराब मौसम में विशेष सतर्कता बरतने तथा नदी-नालों और संवेदनशील ढलानों के निकट न जाने की अपील की है। उपमुख्यमंत्री ने भी लोगों से आग्रह किया कि वे सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का पालन करें।

ऑप्रेशन हौसला: आपदा के समय हिमाचल पुलिस लोगों के साथ मजबूती से खड़ी: तिवारी
डी.जी.पी. अशोक तिवारी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हिमाचल पुलिस ने अपनी समर्पित पहल ऑप्रेशन हौसला के माध्यम से लोगों के लिए जीवन रेखा का काम किया है। सातों दिन 24 घंटे काम कर रहीं पुलिस टीमें, भूस्खलन, बाढ़ व सड़क अवरुद्ध होने जैसी परिस्थितियों में फंसे नागरिकों को मदद पहुंचा रही हैं। हर दिन अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोगों को मौसम की चेतावनियों, सड़क बंदियों व सुरक्षित मार्गों की समय पर जानकारी मिलती रहे। नागरिक किसी भी प्रकार आपातकालीन सहायता के लिए 112 हैल्पलाइन नंबर पर काॅल कर सकते है।

बॉक्स: 4 एन.एच. और 1,277 संपर्क मार्ग बंद, 3,207 बिजली ट्रांसफार्मर ठप्प
राज्य में दुश्वारियां जारी हैं। सोमवार सुबह तक जहां 5 एन.एच. व 1,241 संपर्क मार्ग अवरुद्ध चल रहे थे, वहीं शाम को 4 एन.एच. और 1,277 संपर्क मार्ग अवरुद्ध रहे। एन.एच.-03, एन.एच.-05, एन.एच.-305 और एन.एच.-707 बंद चल रहे हैं। संपर्क मार्गों में शिमला जिले में 267, मंडी में 256, सिरमौर में 126, कुल्लू में 167, कांगड़ा में 60 व सोलन में 68 संपर्क मार्ग बंद चल रहे हैं। 3,207 ठप्प पड़े बिजली ट्रांसफार्मरों में शिमला जिले में 722, सिरमौर में 691, मंडी में 291, कुल्लू में 436 व चम्बा में 207 शामिल हैं। इसके अलावा 790 पेयजल योजनाएं भी बाधित चल रही हैं। राज्य में अब तक 326 लोगों की मौत, 385 घायल व 41 लापता चल रहे हैं और नुक्सान का आंकड़ा 3,150 करोड़ रुपए के पार चला गया है। राज्यभर में भूस्खलन की 115, फ्लैश फ्लड की 95 और बादल फटने की 45 घटनाएं घटित हो चुकी हैं।

शिमला, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, सोलन व मंडी के स्कूल आज रहेंगे बंद
मौसम विभाग की ओर से जारी रैड अलर्ट के बाद लाहौल-स्पीति, शिमला, कुल्लू, सोलन व मंडी के स्कूल आज यानी 2 सितम्बर को भी बंद रहेंगे। शिमला व सोलन के डी.सी. की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि जिला मंडी में बाली चौकी उपमंडल के अधीन आने वाले स्कूल बंद रहेंगे। इसी के साथ कुल्लू जिले के आनी सहित कई ब्लॉक के स्कूल भी इस दौरान बंद रहेंगे। इस दौरान शिक्षण संस्थान के स्टाफ को भी छुट्टी रहेगी। ऐसे में शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास लेने को कहा गया है। सोमवार को भी कांगड़ा, शिमला, मंडी, सोलन, हमीरपुर, सिरमौर, विलासपुर, चम्बा, कुल्लू, ऊना व लाहौल-स्पीति जिले में सभी शिक्षण संस्थान बंद रहे।

भारी बारिश से शिक्षण संस्थान बंद, शिक्षकों को घर से ऑनलाइन पढ़ाने के निर्देश : रोहित ठाकुर
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि राज्य सरकार को अब तक 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुक्सान हो चुका है। जिला शिमला के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि कई जिलों में बारिश के अलर्ट के चलते पहले ही शिक्षण संस्थानों में छुट्टियां घोषित की गई हैं। उन्होंने बताया कि जिलाधीशों को ये आदेश दिए गए हैं कि वे ज्यादा बारिश होने की स्थिति में शिक्षण संस्थानों में टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी छुट्टी दे सकते हैं।

 


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Content Writer

Kuldeep

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