हिमाचल कांग्रेस में नहीं थमी गुटबाजी, असगर अली ने खोला मोर्चा, निलंबन को बताया फर्जी

punjabkesari.in Sunday, Jun 02, 2019 - 12:13 PM (IST)

शिमला (राक्टा): लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भी कांग्रेस में गुटबाजी थमती नजर नहीं आ रही है। इसी कड़ी में बीते दिन पार्टी से निलंबित किए गए प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के संयोजक असगर अली ने मोर्चा खोल दिया है। असगर अली ने उनके खिलाफ अमल में लाई गई कार्रवाई को ही अनुचित करार दे दिया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को उनको निलंबित करने का अधिकार नहीं है। वह उन्हें निलंबित करने का सिर्फ अनुमोदन कर सकते हैं जबकि निलंबन का निर्णय लेने का अधिकार अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन के पास है तथा उनके आदेशों को मानने के लिए ही वह बाध्य हैं। असगर अली ने कहा है कि ऐसे में उनका निलंबन फर्जी है। 

असगर के अनुसार उन्होंने कोई भी पार्टी विरोधी टिप्पणी नहीं की है। यह जानना व सवाल पूछना कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अधिकार है कि पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए भेजे गए हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल क्या निजी कार्यों और परिवार सहित मंदिर जाने के लिए भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ तो पार्टी नेता संसाधनों की कमी का रोना रो रहे हैं और दूसरी तरफ आलाकमान की तरफ से भेजे गए हैलीकॉप्टर का गलत उपयोग किया जा रहा है। ऐसा करने वालों पर पार्टी हाईकमान को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यहां जारी बयान में कहा गया है कि चुनाव में हार की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की है, जिन्होंने दिल्ली हाईकमान के समक्ष अपना चुनावी एजैंडा रखा, जोकि पूरी तरफ से असफल साबित हुआ। 

उन्होंने कहा कि ऐसे में पार्टी नेताओं को नैतिकता दिखाकर चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के कार्यकर्ताओं के दिलों में हैं और केवल राहुल गांधी ही पी.एम. मोदी और भाजपा के खिलाफ जंग लड़ सकते हैं तथा पार्टी के पुन: गठन के लिए नेताओं को अपना पद छोड़कर कांग्रेस राहुल गांधी द्वारा पार्टी संगठन की पुन: संरचना में सहयोग करना चाहिए। असगर अली ने कहा कि जबरन निलंबन को अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संज्ञान में लाया जाएगा।

असगर अली ने प्रदेशाध्यक्ष से ये पूछे सवाल

  • लोकसभा चुनाव के दौरान सार्वजनिक मंचों से कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणियां करने वाले नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
  • पूर्व सी.एम. पार्टी कार्यकर्ताओं को कबाड़ व गंद कहते हैं, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की।
  • पूर्व सी.एम. ने कांग्रेस की चुनावी जनसभाओं में पी.एम. नरेंद्र मोदी व सी.एम. जयराम ठाकुर की तारीफ की, जिससे पार्टी को चुनावों में नुक्सान हुआ। पूर्व सी.एम. के विरुद्ध एक्शन क्यों नहीं लिया गया।
  • पार्टी के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने अभी तक हार की नैतिक जिम्मेदारी क्यों नहीं ली।
  • पार्टी महासचिव एवं विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा भाजपा के केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को उनके राज्य मंत्री बनने की घोषणा से पहले ही बधाइयां देने में दिखाई गई उत्सुकता पर क्या संज्ञान लिया गया।

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Ekta

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