GS Bali ने साधा निशाना, बोले-सरकार की नीतियां Corona से लड़ने में विफल
punjabkesari.in Thursday, Apr 29, 2021 - 05:23 PM (IST)

कांगड़ा (कालड़ा): मुख्यमंत्री इस आपदा के समय 5 लाख प्रति घंटा के हैलीकाॅप्टर में घूम रहे हैं जोकि इस महामारी में प्राथमिकता नहीं है। प्रदेश का करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। यह बात एक पत्रकार सम्मेलन में पूर्व परिवहन एवं, खाद्य मंत्री जीएस बाली ने कही। उन्होंने कहा कि जो करोड़ों रुपया हैलीकाॅप्टर पर घूमने पर खर्च हुआ है, सरकार उसे कोविड-19 की बीमारी में खर्च करती ताकि लोगों का भला होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह इस आपदा की घड़ी में सरकार के साथ है। सरकार का काम है कि वह स्थिति को मॉनीटर करें। जो लोग दवाइयां व उपकरणों की कालाबाजारी में लगे हैं, उन पर नुकेल कसे। उन्होंने कहा कि ऑक्सीमीटर जो 500-600 रुपए तक था, वह ब्लैक में 2000 तक बिक रहा है जबकि रैमडेसिविर इंजैक्शन की बड़े पैमाने पर कालाबाजारी हो रही है।
उन्होंने सवाल उठाया कि कोविड वैक्सीन का रेट केंद्र सरकार ने 150 से 800 रुपए रखने के लिए कौन से मापदंड अपनाए हैं। यह न्यायसंगत नहीं है। देश ऑक्सीजन की कमी से पेरशान है, जिससे लगता है कि सरकार इस बारे में गंभीर नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की इस बिमारी को लड़ने मे कोई नीति नजर नहीं आती और सरकार पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि जब यूरोप में कोरोना की दूसरी लहर आई थी तो यहां सरकार ने क्या तैयारी की। अगर तैयारी की होती तो आज इतने भंयकर हालात नहीं होते। इसराईल, सिंगापुर आदि देशों की सरकारों ने नेक नीति से काम किया, वे आज कारोना मुक्त हो चुके हैं।
उन्होंने पार्किंग में कोविड सैंटर बनाए जाने वाले मुख्यमंत्री के बयान पर हैरानगी जताई कि पार्किंग में कोविड सैंटर कैसे बनाया जा सकता है जबकि कोविड सैंटर बनाने के लिए वहां पूरे मापदंड होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय अधिक से अधिक वैक्सीन की जरूरत है। इसलिए सरकार जनता को बताए कि उसके पास कितनी वैक्सीन पड़ी है ताकि अफरा-तफरी का माहौल न बने।