Himachal: सरकार ने ACS ओंकार शर्मा से वापस लिए सभी महत्वपूर्ण विभाग, अब सिर्फ इस विभाग का संभालेंगे जिम्मा
punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 10:10 PM (IST)

शिमला (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) ओंकार चंद शर्मा से सभी महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार वापस ले लिया है। अब उनके पास केवल जनजातीय विकास विभाग की जिम्मेदारी रह गई है। यह फैसला उस अनुशासनात्मक कार्रवाई की अगली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें शर्मा को करीब 17 दिन पहले जबरन छुट्टी पर भेजा गया था।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत से जुड़े मामले की जांच का जिम्मा सरकार ने ओंकार शर्मा को सौंपा था। जांच की अवधि 14 दिन तय की गई थी, लेकिन इस दौरान शर्मा ने राज्य सरकार की अनुमति के बिना हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में एक एफिडेविट दाखिल कर दिया। सरकार ने इसे अनुशासनहीनता माना और तत्काल प्रभाव से उन्हें छुट्टी पर भेज दिया।
अब सरकार ने उनके सभी प्रमुख विभागों का कार्यभार वापस लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पंत को सौंप दिया है। इसमें गृह, राजस्व, वन, सतर्कता जैसे अहम विभाग शामिल हैं। इसके अलावा केके पंत को हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है। उल्लेखनीय है कि केके पंत 1993 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं।
इसी प्रशासनिक फेरबदल के तहत, विमल नेगी मामले में नाम सामने आने के बाद हटाए गए हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा को भी पुनः नियुक्त किया गया है। उन्हें अब विशेष सचिव, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के पद पर तैनात किया गया है। मीणा वर्तमान में इसी मामले में जमानत पर हैं।
सरकार द्वारा छुट्टी पर भेजे गए ओंकार चंद शर्मा सोमवार को पुनः कार्यभार संभालने जा रहे हैं, लेकिन अब उनके पास केवल जनजातीय विकास विभाग ही रहेगा। इससे पहले जिन विभागों की जिम्मेदारी उनके पास थी, वे अब अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दी गई है। उधर, इस मामले में निलंबित किए गए शिमला के पूर्व एसपी संजय गांधी की अब तक सरकार में वापसी नहीं हुई है। उन्हें भी ओंकार शर्मा के साथ ही 17 दिन पहले छुट्टी पर भेजा गया था।
....जितना दिल साफ रखा उतने गुनहगार हो गए
उधर, ओंकार शर्मा की पत्नी ने सोशल मीडिया पर ओंकार शर्मा से विभाग वापस लिए जाने पर टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा कि न जाने कौन-सी शिकायतों का हम शिकार हो गए, जितना दिल साफ रखा उतने गुनहगार हो गए। इस पर उनके साथ सोशल मीडिया पर कई लोग साथ खड़े हो गए तथा अधिकांश लोगों ने कमेंट में लिखा कि ईमानदार अधिकारी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था। अंत में सत्य की जीत होगी।
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