Mandi: चुंजवाला महादेव की देववाणी, देव परंपरा का करना होगा पालन तभी रक्षा करेंगे अठारह करडू

punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 10:37 PM (IST)

बालीचौकी (फरेंद्र): अगर मानव देव परंपराओं और देव आदेशों का पालन सख्ती से करेंगे तो अठारह करडू देवभूमि पर आंच नहीं आने देंगे। वर्तमान में जो स्थिति हुई है, इसके लिए मानव जिम्मेदार है। बारिश को रोकना और करवाना देवी-देवताओं के लिए कोई बड़ी बात नहीं है। यह देववाणी चुंजवाला महादेव ने बुधवार को कमरुनाग धाम पहुंच कर अपने गूर के माध्यम से की है। देववाणी में गूर ने कहा कि वर्षों के बाद यह ऐतिहासिक दौरा आगामी बड़े संकट पर विराम लगाने के लिए निकला है, जिस पर दोनों देवताओं ने रक्षा का सूत्र बांधकर आशीर्वाद दिया है। इससे पहले देव चुंजवाला महादेव ने मंडी जनपद के अधिष्ठाता बड़ा देव कमरुनाग के प्राचीन मंदिर में शीश नवाया और उसके बाद देव कमरूनाग से मिलन कर सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद दिया। इस दौरान हज़ारों लोग देवमिलन के साक्षी बने।

इसके अलावा देवता ने देव गौरा वीर समेत अन्य मंदिरों में भी अपना शीश नवाया है, जहां देवता का भक्तों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया। देव चुंजवाला महादेव वीरवार को कमरुनाग की पवित्र झील में शाही स्नान करेंगे। मान्यता के अनुसार शाही स्नान के दौरान झील का पानी अपने ऊपर छिड़कने मात्र से ही कई रोग दूर हो जाते हैं। कार-करिंदों की माने तो देव चुंजवाला महादेव वर्ष 1966 में कमरुनाग गए थे। देवता का दौरा विशेष परिस्थिति पर निकलता है, जो इस बार 59 वर्ष के बाद निकला है। देव चुंजवाला महादेव 7 हार के 5000 से अधिक लाव-लश्कर के साथ कमरुनाग धाम पहुंचे हैं जिसकी पुष्टि देव चुंजवाला कमेटी सात हार के अध्यक्ष देवराज ने की है।


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Vijay

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