Kangra: इम्प्रूवमैंट पॉलिसी को लेकर बोर्ड को मिली हरी झंडी, 10वीं-12वीं में फेल नहीं होंगे विद्यार्थी

punjabkesari.in Monday, Nov 03, 2025 - 04:48 PM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड विद्यार्थियों पर शैक्षणिक दबाव कम करने और उन्हें सुधार का अवसर देने की तैयारी में है। बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए इम्प्रूवमैंट पॉलिसी तैयार की है। इसके तहत अब किसी भी विद्यार्थी का परिणाम फेल या कंपार्टमैंट में नहीं होगा। विद्यार्थी अब साल में 2 बार मार्च और जुलाई में परीक्षा दे सकेंगे। बोर्ड की ओर से सरकार व शिक्षा सचिव से इस पॉलिसी को लागू करने के लिए अनुमति मांगी गई थी।

शिक्षा सचिव की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद अब स्कूल शिक्षा बोर्ड इस पॉलिसी को लागू करने की तैयारी कर रहा है। जानकारी के अनुसार यदि इसको लेकर बोर्ड की तैयारी मार्च से पहले हो जाती है तो इसे अगले सत्र से बोर्ड लागू कर देगा। इस नई व्यवस्था के तहत बोर्ड वर्ष में 2 बार परीक्षाएं आयोजित करेगा।

जुलाई में दोबारा परीक्षा देने का मिलेगा अवसर
मार्च में मुख्य परीक्षा होगी, जिसमें यदि कोई छात्र एक या एक से अधिक विषयों में असफल होता है तो उसे जुलाई में दोबारा परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। यह दूसरी परीक्षा छात्रों के लिए सुधार का मौका होगी। मार्च में सफल रहे छात्र भी अपने अंकों में सुधार के लिए जुलाई में परीक्षा में बैठ सकेंगे। अब छात्रों के लिए परीक्षा में प्रदर्शन बेहतर करने के अवसर बढ़ जाएंगे।

इम्प्रूवमैंट पॉलिसी के तहत असफल घोषित होने के बावजूद छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। यदि वे जुलाई में पूरक परीक्षा पास कर लेते हैं तो उनकी पढ़ाई बिना बाधा के जारी रहेगी और यदि जुलाई की परीक्षा में असफल रहते हैं, तो उन्हें पुरानी कक्षा में ही पढ़ाई करनी होगी।

स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. राजेश शर्मा का कहना है कि इम्प्रूवमैंट पॉलिसी के लिए तैयार प्रस्ताव को सरकार को भेजा था। सरकार से मंजूरी मिल गई है तथा बोर्ड की तैयारी है कि अगले शैक्षणिक सत्र में इस पॉलिसी को लागू कर दिया जाएगा तथा उसी के अनुसार परीक्षाएं करवाई जाएंगी।


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Kuldeep

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