Sirmaur: श्री रेणुका जी में भगवान परशुराम की जयंती पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, जयकारों से गूंजी घाटी
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 04:10 PM (IST)

नाहन (ब्यूरो): भगवान श्री परशुराम जी की जयंती पर मंगलवार को श्री रेणुका जी में भक्तों का तांता लगा रहा। इस दौरान भगवान परशुराम के जयकारों से घाटी गूंज उठी। तीर्थ स्थल रेणुका जी में सुबह से ही भगवान परशुराम और उनकी माता श्री रेणुका जी के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। भारी संख्या में लोगों ने भगवान परशुराम के दर्शन किए। साथ ही रेणुका जी झील में स्नान भी किया। बता दें कि प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील यहां साक्षात मां रेणुका जी के रूप में विराजमान हैं। उत्तराखंड से आए श्रद्धालुओं ने भी झील में देवता को स्नान करवाया। दर्शनों का सिलसिला दिन भर जारी रहा। इस दौरान भगवान परशुराम जी की शोभा यात्रा भी निकाली गई।
27 साल बाद देवशिला पर स्थापित प्रतिमा को मिला शैड
वहीं भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव से ठीक पहले पवित्र देवशिला पर स्थापित भगवान श्री परशुराम की आदमकद प्रतिमा को शैड मिल गया। ग्राम पंचायत खालाक्यार और श्री रेणुका जी विकास बोर्ड के संयुक्त तत्वाधान में यहां एक सुंदर शैड का निर्माण किया गया है। पिछले लगभग 27 साल से प्रतिमा बिना शैड के थी। मंगलवार को श्री परशुराम के जन्मोत्सव पर यहां हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य याज्ञिक भरत सिंह ठाकुर मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रेणुका जी विकास बोर्ड, सदस्य इंद्र प्रकाश गोयल, इंद्र सिंह ठाकुर, रमेश भारद्वाज भंडारी जम्मू कोटी भगवान परशुराम जी मंदिर और अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस दौरान कई श्रद्धालुओं ने भी पूर्णाहुति डाली।
देवशिला के बारे में ये है लोगों की मान्यता
पवित्र देवशिला के बारे में लोगों में मान्यता है कि भगवान श्री परशुराम जी ने सहस्त्रबाहु से युद्ध से पूर्व इसी पवित्र स्थान पर खड़े होकर अपनी सेना को सम्बोधित किया था और दुष्टों के विरुद्ध युद्ध का बिगुल बजाया था। गौरतलब है कि 1978 में यहां भगवान श्री परशुराम जी की प्रतिमा की स्थापित की गई थी। पुरानी होने के कारण 1998 में नई प्रतिमा से बदल दिया गया। तब से लेकर आज तक यहां प्रतिमा पर शैड नहीं था, लेकिन अब भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव से पहले इस कमी को पूरा कर दिया गया है। इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की और श्री रेणुका जी विकास बोर्ड और खाला क्यार पंचायत का आभार व्यक्त किया।
सिरमौर के अन्य हिस्सों में भी धूमधाम से मनाई जयंती
उधर, जिला सिरमौर के अन्य हिस्सों में भी भगवान परशुराम जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई। अक्षय तृतीया एवं श्री परशुराम जयंती के पावन अवसर पर श्री रघुनाथ मंदिर नाहन में दो दिवसीय अखंड रामायण पाठ आरंभ हुआ। बता दें कि यह अखंड रामायण पाठ ब्राह्मण सभा नाहन के सौजन्य से आयोजित किया जा रहा है। सभा के अध्यक्ष पंडित सुखदेव शर्मा ने पूजन कर पाठ आरंभ करवाया। इस अवसर पर अनिल शर्मा, सोमदत्त गिरी, अरुण शर्मा, भावन शर्मा, संदीप शर्मा, योगेश्वर गौतम, कौशिक समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे। 30 अप्रैल को अखंड रामायण पाठ पूर्ण होने पर हवन व भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा भी जिला के विभिन्न स्थानों पर इस उपलक्ष्य में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
राजगढ़ में निकाली शोभायात्रा
वहीं श्री ब्राह्मण समाज की राजगढ़ इकाई द्वारा भगवान परशुराम जयंती के पावन अवसर पर राजगढ़ में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसडीएम राजगढ़ राज कुमार ठाकुर रहे। राजगढ़ इकाई के अध्यक्ष हरदेव भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम शिरगुल देवता मंदिर में भगवान परशुराम की प्रतिमा की पूजा-अर्चना के बाद हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। उसके बाद भगवान परशुराम की प्रतिमा के साथ शोभायात्रा निकाली गई। वैदिक मंत्रोच्चारण व जयकारों के साथ पूरा शहर भक्तिमय हो गया।
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