Shimla: मुख्यमंत्री से गारंटियों का हिसाब लें कांग्रेस हाईकमान: जयराम
punjabkesari.in Sunday, Oct 12, 2025 - 09:23 PM (IST)
शिमला (ब्यूरो): नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में कांग्रेस हाईकमान व केंद्रीय नेता शिमला आए हैं। यह नेता हिमाचल सरकार व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से कांग्रेस द्वारा चुनावों में दी गई गारंटियों का हिसाब लें कि उसमें से कितनी गारंटियों का लाभ हिमाचल के लोगों को मिला है तथा कितनी का लाभ नहीं मिला है। क्या सरकार ने कोई गारंटी उस तरीके से पूरी की है, जैसा कि कांग्रेस ने वायदा किया था। शिमला से जारी बयान में जयराम ने कहा कि प्रदेश का 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो रहा है।
ऐसे में अब उसे जनता को हिसाब देना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के आलाकमान को हिमाचल प्रदेश सरकार से इस बात का भी आंकड़ा लेकर जारी करना चाहिए कि कितने युवाओं को 58 वर्ष वाली पक्की नौकरी मिल चुकी है। कितने युवाओं को राजीव गांधी स्टार्टअप योजना का लाभ मिल चुका है? कितनी महिलाओं को सम्मान निधि मिल गई है। 100 रुपए प्रति किलो के हिसाब से कितने किसानों का दूध खरीदा गया है। जब सेब के दाम बागवानों को ही तय करने की गारंटी दी थी तो 27 साल में सबसे कम रेट सेब का क्यों मिल रहा है? जयराम ठाकुर ने कांग्रेस आलाकमान से आग्रह किया कि वह सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों में न पढ़कर जमीनी हकीकत का भी पता लगाएं।
हाईकमान सरकार से करे यह सवाल
जयराम ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान सरकार से सवाल करे कि प्रदेश में हिमकेयर के तहत लोगों को इलाज क्यों नहीं मिल रहा है। लोग इलाज के लिए क्यों भटक रहे हैं। सरकार आपदा प्रभावितों को फौरी राहत तक क्यों नहीं दे पाई है। पूरे देश में संविधान बचाओ यात्रा चलाने वाली कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में नगर निगम और पंचायत चुनाव को टालकर हिमाचल प्रदेश के लोगों के संवैधानिक हकों को क्यों छीन रही है। कांग्रेस आलाकमान को सरकार से यह भी पूछ कर प्रदेशवासियों को बताना चाहिए कि आज प्रदेश भर के पैंशनर्ज सड़कों पर आने को क्यों लामबंद हैं। उन्हें उनके मैडीकल बिल और एरियर का भुगतान क्यों नहीं हो रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि जन सेवा के लिए झूठी गारंटियों की नहीं सच्ची नीयत की जरूरत होती है। लोगों की सेवा के लिए झूठी गारंटियां देने की जरूरत नहीं होती है। पांच साल हमने भी सरकार चलाई, जिस दौरान प्रदेश के लोगों को कई सुविधाएं दीं, लेकिन वर्तमान सरकार ने कोविड के समय में अपनी जान की परवाह न किए बिना लोगों की मदद करने वाले लोगों को भी एक झटके में बेरोजगार कर दिया। सरकार अच्छी नीयत से चलती है गारंटियों से नहीं। दुर्भाग्य इस बात का है कि सरकार की नीयत में ही खोट है।

