CM बोले- 160 करोड़ की राजस्व हानि की होगी विजीलैंस जांच, सामने आएगी सच्चाई

punjabkesari.in Friday, Jun 08, 2018 - 09:11 AM (IST)

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय आबकारी एवं कराधान विभाग को राजस्व में 160 करोड़ रुपए की हानि हुई है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने मामले की विजीलैंस जांच करवाने का निर्णय लिया है, ताकि सच्चाई को सामने लाया जा सके। सरकार यह देखेगी कि यह राजस्व हानि किन कारणों से हुई और इसके लिए कौन दोषी हैं। मुख्यमंत्री प्रदेश सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। 


उल्लेखनीय है कि पूर्व सरकार के समय बीवरेज कार्पाेरेशन का गठन किया गया था। इस कार्पाेरेशन के गठन के बाद राजस्व बढऩे की बजाय कम हुआ। भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। साथ ही राज्यपाल को सौंपी चार्जशीट में शराब आबंटन में घोटाले का आरोप भी लगाया था। मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि बीमार उद्योगों को रियायत देने संबंधी मामले की अब विजीलैंस जांच नहीं होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीमार उद्योगों को रियायत देने की पूर्व सरकार की मंशा सही नहीं थी। चूंकि इस निर्णय पर अमल नहीं हो सका, ऐसे में इस मामले की जांच न करवाने का निर्णय लिया गया है। 


पूर्व सरकार के इस निर्णय के तहत प्रदेश के करीब 300 बीमार उद्योगों को 1,000 करोड़ रुपए की रियायत मिलने की संभावना थी। मुख्यमंत्री ने शिमला 'में जल संकट पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि इसके लिए पूर्व कांग्रेस सरकार तथा नगर निगम शिमला की सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस और वामपंथी दोषी है, ऐसे में यदि कोई दीर्घकालीन नीति बनाई जाती, तो शहर में पेयजल संकट की स्थिति पैदा न होती। उन्होंने कहा कि इस बार सर्दियों में वर्षा और बर्फबारी कम होने के कारण ऐसे हालात पैदा हुए हैं।  


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Ekta

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