BJP अध्यक्ष पद को लेकर CM की संगठन के नेताओं से मंत्रणा, पल-पल बदल रहे सियासी समीकरण

punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2019 - 10:58 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर पल-पल सियासी समीकरण बदल रहे हैं। इसके तहत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शिमला पहुंचते ही प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां पर उन्होंने संगठन के नेताओं से मंत्रणा की। इस कारण मुख्यमंत्री के पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए फिर से पूर्व विधायक एवं भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा का नाम आगे आया है। उन्होंने संगठन में काम करने की इच्छा भी जताई है। लिहाजा ऐसे में यदि जातीय समीकरण के आधार पर ब्राह्मण नेता को अध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी तो उनके नाम पर भी मोहर लग सकती है। हालांकि कांगड़ा जिला से डॉ. राजीव भारद्वाज दूसरा ऐसा ब्राह्मण चेहरा है, जिनका नाम पहले से इस पद को लेकर सामने आ रहा है।

त्रिलोक जम्वाल को भी मिल सकता है ओहदा

इसके अलावा त्रिलोक जम्वाल को भी भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का करीबी होने के कारण यह ओहदा मिल सकता है, साथ ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री राम सिंह के नाम पर भी चर्चा होने की सूचना है। सांसद रामस्वरूप शर्मा के नाम को लेकर भी चर्चा होने की सूचना है, लेकिन मुख्यमंत्री के मंडी जिला से होने के कारण उनको यह दायित्व मिलने की संभावनाएं बहुत कम हैं। इसके अलावा अध्यक्ष पद के लिए जो अन्य विकल्प सामने आए हैं, उनमें उद्योग मंत्री विक्रम सिंह भी शामिल हैं।

अब तक हो चुके है 13 जिलाध्यक्षों के चुनाव

उल्लेखनीय है कि भाजपा की तरफ से जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। अब तक करीब 13 जिलाध्यक्षों के चुनाव हो चुके हैं और शेष बचे जिलों में भी यह प्रक्रिया जल्द पूरी किए जाने की संभावना है। ऐसा माना जा रहा है कि शीतकालीन सत्र की अवधि के दौरान इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा तथा इसके बाद भाजपा के नए अध्यक्ष पर कभी भी मोहर लग सकती है।

मेयर-डिप्टी मेयर को लेकर भी चर्चा

शिमला नगर निगम के लिए मेयर और डिप्टी मेयर को लेकर भी बैठक में चर्चा होने की सूचना है। मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल 20 दिसम्बर को पूरा होना है। ऐसे में भाजपा बिना किसी विवाद के लिए दोनों पदों के लिए नामों पर चर्चा कर रही है। दोनों पदों की दौड़ में कई पार्षद हैं जिसके चलते भाजपा को चयन प्रक्रिया में दिक्कत आ रही है। हैरानी इस बात की है कि प्रदेश सरकार के कार्यकाल के 27 दिसम्बर को 2 साल पूरे होने जा रहे हैं, लेकिन अब तक पार्षदों को मनोनीत नहीं किया जा सका है।


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Vijay

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