सी.ई.टी.पी. केंदुवाल को एक करोड़ जुर्माना लगाया

punjabkesari.in Monday, Oct 21, 2019 - 10:44 AM (IST)

बद्दी : औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के केंदुवाल में स्थापित सी.ई.टी.पी. को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण नियंत्रण मानकों की अवहेलना पर एक करोड़ रुपए का जुर्माना ठोका है। यही नहीं, बोर्ड ने जल प्रबंधन और वायु अधिनियम के उल्लंघन के लिए सी.ई.टी.पी. प्रबंधन के खिलाफ अदालत में आपराधिक मामला दर्ज करने को भी मंजूरी प्रदान कर दी है। यही नहीं, समिति ने बोर्ड के चेयरमैन को जल अधिनियम के प्रावधानों के तहत सी.ई.टी.पी. संयंत्र को प्रदान की गई कंसैंट टू आप्रेट को भी रद्द करने के निर्देश दिए हैं।

बोर्ड के चेयरमैन ने सी.ई.टी.पी. संचालकों को जुर्माना पर्यावरणीय क्षतिपूॢत राशि के तौर पर जल्द जमा करवाने के आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा 6 माह के भीतर सी.ई.टी.पी. में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सिस्टम लागू करना होगा। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई ने जहां सी.ई.टी.पी. संचालकों को कटघरे में खड़ा कर दिया, वहीं स्थानीय उद्यमियों में खलबली मच गई है। जानकारी के मुताबिक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष ने बद्दी के केंदुवाल गांव स्थित सी.ई.टी.पी. को पर्यावरणीय क्षतिपूॢत राशि के तौर पर एक करोड़ रुपए जमा करवाने के आदेश जारी किए हैं। यह कार्रवाई सी.ई.टी.पी. संयंत्र द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन करने में विफल रहने और सरसा नदी में जल प्रदूषण पर की गई है। 

उल्लेखनीय है कि बीते 9 सितम्बर को एन.जी.टी. कमेटी के चेयरमैन और पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के रिटायर जस्टिस प्रीतम पाल, सदस्य सचिव बाबू राम, कमेटी के सदस्य व पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव एस.सी. अग्रवाल सहित विशेषज्ञों की कमेटी ने सी.ई.टी.पी. में गुप्त कार्रवाई की थी। इस दौरान सी.ई.टी.पी. में कई अनियमितताओं का पता लगाया गया था। निगरानी समिति के समक्ष जो अनियमितताएं सामने आई थीं, उनमें सरसा नदी में बी.ओ.डी., टी.डी.एस., टी.एस.एस., सल्फाइड और बायोएसे निर्धारित मानकों से ज्यादा पाए गए थे जोकि नदी के जल की गुणवत्ता को अत्यधिक कम करते हुए जलीय जीवन को भी प्रभावित करता है। समिति ने इस पर्यावरणीय क्षतिपूॢत राशि को जल की गुणवत्ता सुधारने पर व्यय करने की सिफारिश की है।

एन.जी.टी. में की थी शिकायत 

मलपुर पंचायत के प्रधान ने सी.ई.टी.पी. द्वारा सरसा नदी में फैलाए जा रहे जल प्रदूषण व साथ लगते गांवों में फैल रहे वायु प्रदूषण की लिखित शिकायत एन.जी.टी. में की थी जिसके आधार पर एन.जी.टी. ने कड़ा रुख अपनाते हुए सी.ई.टी.पी. पर औचक छापेमारी कर वहां पर पर्यावरण मानदंडों की भारी अवहेलना पाई थी और सी.ई.टी.पी. संचालकों को फटकार भी लगाई थी।
कार्रवाई की पुष्टि करते हुए सदस्य सचिव राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड आदित्य नेगी ने बताया कि सी.ई.टी.पी. को पर्यावरण मानदंडों के उल्लंघन पर एक करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। 


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Edited By

Simpy Khanna

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