डल झील में मात्र 200 लोगों ने ही लगाई डुबकी

punjabkesari.in Monday, Aug 30, 2021 - 10:41 PM (IST)

भरमौर  (उत्तम): कोविड-19 के चलते सांकेतिक रूप से मनाई जा रही श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान लगभग 200 लोगों ने ही मणिमहेश डल झील में डुबकी लगाई। प्रशासन द्वारा यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस कारण बाहरी क्षेत्रों से गिने-चुने ही यात्री आ पाए थे। हरिद्वार से लाए गंगा जल को डल झील पर स्थित चौमुखी शिवजी भगवान की पिंडी पर अर्पित करने के लिए जिला चम्बा के श्रद्धालु पहुंचे थे। मणिमहेश यात्रा के विभिन्न पड़ाव जैसे भरमौर, हड़सर, धन्छो, सुंदरासी, गौरीकुंड तथा डल झील जहां तिल धरने को स्थान नहीं होता था वहां सब कुछ सुनसान और शांत से माहौल रहा। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का छोटा स्नान एक प्रकार में सुनसान ही बीत गया। भरमौर की सड़कों में वाहनों की संख्या नाममात्र रही।

न ट्रैफिक, न शोर शराबा, न उद्घोष न कोई लंगर सजा। बस जो भी लोग यात्रा पर आए चुपचाप चौरासी दर्शन किए, भरमानी माता गए और डल झील में गंगा जल विसॢजत कर घर वापस लौट गए। हालांकि यात्रा के मुख्य पड़ावों धन्छो में पांच दुकानें, सुंदरासी में एक, गौरीकुंड में चार दुकानें लगी हैं जो यात्रियों को खाने-पीने व रहने की व्यवस्था में मदद कर रही हैं। वहीं डल झील पर तो दुकानें लगी हुई हैं, लेकिन उनमें रहने के लिए इतनी अधिक संख्या में यात्री ही उपलब्ध नहीं थे। रविवार देर शाम पवित्र कैलाश पर्वत पर मौसम खराब होने के कारण बर्फ की सफेद चादर भी बिछ गई थी जिससे कड़ाके की शीतलहर चल रही है। लोगों ने दुकानों में शरण ली है।


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Content Writer

Kuldeep

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