Himachal Weather: अटल टनल रोहतांग, कुफरी सहित ऊपरी इलाकों ने ओढ़ी बर्फ की चादर, बारिश और बर्फबारी का अलर्ट
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 12:43 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ऑरेंज अलर्ट के बीच प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। मौसम में यह बदलाव न केवल तापमान में गिरावट का कारण बन रहा है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में यातायात पर भी असर डाल रहा है। चंबा, कुल्लू, शिमला, मंडी, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और सिरमौर जिलों के ऊपरी इलाकों में बर्फ की चादर ओढ़ गई है। इस दौरान मनाली, अटल टनल रोहतांग, पांगी-भरमौर, शिमला के कुफरी और नारकंडा में भी भारी बर्फबारी हुई है। मौसम के बदलाव के साथ शिमला में रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। अटल टनल से लेकर स्टे तेलिंग गांव तक बर्फबारी के साथ बर्फीला तूफान भी चला, जिससे ऊपरी क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। शिमला के कुफरी, नारकंडा, और चौपाल के खिड़की में ताजा बर्फबारी के बाद वाहन फंसने की खबरें आई हैं। इस कारण कई रूट प्रभावित हो गए हैं, और रामपुर जाने वाले वाहनों और बसों को सैंज के रास्ते भेजा जा रहा है।
चंबा जिले के ऊपरी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है। इस बारिश और बर्फबारी ने चंबा जिले के 10 मार्गों पर यातायात को ठप कर दिया है। इसके कारण लोग अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने इन मार्गों को बहाल करने का काम शुरू कर दिया है। बर्फबारी से किसानों और बागवानों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है। विशेष रूप से सेब की पैदावार के लिए बर्फबारी और ठंडे मौसम को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चंबा, भरमौर, पांगी के ऊपरी क्षेत्रों में पांच से आठ इंच तक ताजा हिमपात हुआ है, जो फसलों के लिए लाभकारी माना जा रहा है।
मनाली और आसपास के इलाकों में भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है, जिसमें अटल टनल और सोलंगनाला भी शामिल हैं। इस बर्फबारी के कारण अटल टनल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। मनाली से पर्यटकों को सिर्फ नेहरूकुंड तक जाने की अनुमति दी जा रही है, और सोलंगनाला तक केवल फोर बाई फोर वाहन ही भेजे जा रहे हैं। बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही में रुकावट आई है, और पर्यटकों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश और बर्फबारी के कारण धर्मशाला में पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया को भी स्थगित करना पड़ा। पहले दिन की प्रक्रिया, जो 20 फरवरी को शुरू होनी थी, बारिश के चलते प्रारंभ नहीं हो पाई। पुलिस प्रशासन ने भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया और अब अभ्यर्थियों को 7 मार्च को बुलाया गया है। यह स्थिति उन लोगों के लिए चिंता का कारण बन गई, जो पहले से ही भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
मौसम विभाग के अनुसार 20 फरवरी की मध्य रात्रि से 21 फरवरी की सुबह तक लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कांगड़ा, चंबा, शिमला, कुल्लू, मंडी, सिरमौर और कुल्लू के ऊंचे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना है। इस अवधि के दौरान सोलन, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना सहित कांगड़ा, चंबा, शिमला, मंडी, सिरमौर और कुल्लू जिलों के निचले इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, और 21, 22 और 24 फरवरी के बीच लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों के ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताई है। 25 और 26 फरवरी को भी कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।
मंडी जिले में बर्फबारी और बारिश ने किसानों और बागवानों को खासा खुश किया है। शिकार देवी, कमरूनाग और शैटाधार जैसी ऊंची चोटियों पर बर्फ की चादर बिछ गई है। इन ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश ने गेहूं और मटर की फसलों को संजीवनी दी है। सेब बगीचों के लिए भी यह मौसम बहुत लाभकारी सिद्ध हो रहा है।