पशुपालन मंत्री बोले, मछली खाने से नहीं फैलता कोरोना

punjabkesari.in Saturday, Mar 28, 2020 - 01:49 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र) : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा है कि मछली खाने से किसी को भी कोरोना का संक्रमण नहीं होता है। लोगों में भय है लेकिन जितनी भी रिसर्च आई है उसमें कहीं भी यह बात साबित नहीं हुई है कि मछली का सेवन करने से कोई दिक्कत होती है। मछली पालन व्यवसाय में जुटे परिवारों पर आए संकट तथा निःशुल्क रूप से मछलियां बांटने के मामले पर पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि अभी तक कहीं भी यह साबित नहीं हुआ है कि मछली खाने से कोरोना संक्रमण फैला हो। मछली पालन व्यवसाय में हजारों लोग  जुटे हुए हैं और न उन पर रोजी रोटी का जो संकट आया है उसके मद्देनजर सरकार ठोस कदम उठाएगी ताकि इस व्यवसाय में जुटे लोगों को राहत मिल सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह भ्रांतियां न फैलाएं और वैज्ञानिक आधार पर ही कोई बात करें। 
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कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंचायतों में मास्क वितरित करने और सैनिटाइज करने के लिए बीडीओ पहल करेंगे। इसके लिए डिमांड मांगी गई है। यही नहीं आशा वर्कर के जरिए भी पंचायतों में लोगों को राहत पहुंचाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भूखा न सोए इसके लिए भी पंचायतें अपनी जिम्मेदारी निभाएं। गरीबों को मदद पहुंचाने के लिए चाहे 14वें वित्तायोग से राशि खर्च की जाए या किसी और फंड को खर्च किया जाए लेकिन यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई व्यक्ति भूखा न रहे। यह सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। सरकार भी राशि दे रही है और जिला प्रशासन भी राशन सामग्री बांटने में जुटा हुआ है। यहां तक कि पुलिस भी अब लोगों को सामग्री बांटने में लगी हुई है। 

पंचायत स्तर पर खुद लोगों को सहायता पहुंचाने और राहत सामग्री बांटने में जुटे ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि उनके पास पशुपालन विभाग की जिम्मेदारी भी है। गऊसदनों सहित विभिन्न पशुपालकों को तूड़ी की समस्या आ रही है। इस विषय को पंजाब सरकार से उठाया गया है। पंजाब ने गाडियां रोकी थी। अब उन्हें रिलीज भी करवाया गया है। पर्याप्त मात्रा में तूड़ी एवं अन्य चारा पहुंचे यह सुनिश्चित किया गया है। इस संबंध में परमिट भी जारी किए जा रहे हैं। उपनिदेशक पशुपालन विभाग को परमिट जारी करने के निर्देश किए गए हैं। उन्होंने प्रदेश के बाहर फंसे हिमाचलियों को लेकर पूछे गए  एक सवाल के जवाब में कहा कि यह एक राष्ट्रीय समस्या है। काफी लोग फंसे हुए हैं और अधिकतर को निकाला भी जा चुका है लेकिन चूंूकि बीमारी काफी भयानक है। अभी इसकी दवाई नहीं बनी है। ऐसे में लोग सहयोग दें और जो जहां है वह वहां स्वस्थ रहे। जब भी उचित समय आएगा तो लोगों की सुकुशल वापसी सुनिश्चित की जाएगी।
 


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kirti

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