4 कर्मचारियों के हवाले हमीरपुर का मत्स्य विभाग

punjabkesari.in Friday, Aug 10, 2018 - 03:34 PM (IST)

हमीरपुर: 1,118 वर्ग कि.मी. में फैले हमीरपुर जिला में मत्स्य विभाग में केवल 4 कर्मचारी ही कार्यरत हैं जिसमें 2 मत्स्य जीवी व 2 फील्ड सहायक शामिल हैं व इनके साथ मत्स्य अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार बिलासपुर के अधिकारी को सौंपा गया है। ऐसे में हमीरपुर जिला में अवैध मत्स्य शिकार पर काबू कर पाना विभाग के लिए मुश्किलें पैदा करता है। ऐसी ही मुश्किलें हमीरपुर मत्स्य विभाग के फील्ड सहायक को उस समय उठानी पड़ीं,जब वह 8 अगस्त को अकेले ही नादौन में मछली शिकार के बंद सीजन के चलते गश्त लगाने पर निकले।

फील्ड सहायक को देख पानी में लगा दी छलांग
फील्ड सहायक ने नादौन में 6 लोगों के लाइसैंस बनाए व साथ ही नादौन में मछली का शिकार कर रहे मछुआरों का निरीक्षण भी किया, जिसमें उन्होंने 4-5 मछुआरों को अवैध रूप से मछली का शिकार करते पाया। अचानक से फील्ड सहायक के मौके पर पहुंचने पर उक्त मछुआरे वहां से भाग निकले व एक ने तो नदी में छलांग तक लगा दी। अकेला होने के कारण फील्ड सहायक किसी भी मछुआरे को पकड़ तो नहीं पाए लेकिन उन्होंने मौके पर मिले मछुआरे के जाल व कंडे को जब्त कर लिया।

इस बार सामने आया एक मामला
विभाग में कर्मचारियों की कमी के चलते इस बार बंद सीजन में  मछलियों का अवैध शिकार करने वाले केवल एक ही मछुआरे को पकड़ा है जोकि 3 अगस्त को भोटा के पास पकड़ा गया, वहीं उसे इसके बारे में जानकारी न होने के कारण व  उसके पास कोई भी मछली न होने के कारण उसे कड़े निर्देश देकर छोड़ दिया गया। अगर मछली शिकार बंद के अढ़ाई महीने के अंतराल की बात की जाए तो हमीरपुर में अभी तक केवल एक ही मामला सामने आया है।

2 की बजाय अढ़ाई महीने के लिए बंद है मछलियों का शिकार
आमतौर पर 1 जून से लेकर 31 जुलाई तक ही मछली का शिकार बंद होता है लेकिन इस बार बारिश में हुई कमी व नदी-नालों में कम जलस्तर होने के कारण मत्स्य विभाग ने यह सीजन बढ़ाकर 15 अगस्त तक कर दिया है जिसमें 1 जून से लेकर 15 अगस्त तक मछली पकडऩा निषेध है, ऐसे में मछलियों को प्रजनन के लिए सही समय मिलने व उनकी तादाद के बढऩे के लिए यह सीजन बंद किया गया है। इस सीजन में अगर कोई भी मछुआरा मछली का शिकार करता पकड़ा जाए तो ऐसे में विभाग के नियमों के अनुसार उस पर कार्रवाई की जाती है। 

15 से 18 नदियों व खड्डों की कर रहे चौकसी
मिली जानकारी के अनुसार के हमीरपुर जिला में 15 से 18 के आसपास खड्डे बहती हैं व इन सभी खड्डों में मछली शिकार को बंद सीजन में चौकसी रखना जरूरी है लेकिन हमीरपुर में कम स्टाफ के कारण ऐसा हो पाना संभव नहीं है। ऐसे में मछुआरे विभाग की परवाह किए बिना निडर होकर मछलियों का शिकार करने में लगे हैं। वहीं अगर बात मत्स्य विभाग की करें तो विभाग इन मछुआरों को पकडऩे के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है।


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Vijay

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