मिड हिमालय जलागम परियोजना के बाद अब शुरू होगी ‘यह’ परियोजना

punjabkesari.in Saturday, Mar 18, 2017 - 05:43 PM (IST)

सोलन: हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों की 710 पंचायतों में चल रही 660 करोड़ रुपए की मिड हिमालय जलागम परियोजना कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। इस परियोजना के स्थान पर अब एकीकृत विकास परियोजना स्रोत स्थिरता जलवायु रिजिल्यन्ट वर्षा सिंचित कृषि परियोजना को शुरू किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने 1500 करोड़ रुपए की परियोजना बनाकर मंजूरी के लिए केन्द्र को भेज दी है। इस परियोजना में जल संरक्षण और वनीकरण पर बल दिया जाएगा। इस परियोजना में जंगलों के कैचमेंट क्षेत्र को सुधार कर जलसंग्रह किया जाएगा। 

खेतों की सिंचाई में होगा पानी का उपयोग
इस पानी का उपयोग खेतों की सिंचाई के लिए किया जाएगा।  सूत्रों का कहना है कि जंगलों में कैचमेंट क्षेत्र लगभग खत्म हो गए हैं। पानी के प्राकृतिक स्रोत भी लगभग सूख गए हैं। इन स्रोतों को रिजनरेट करने के लिए चैकडैम लगाए जाएंगे। वहीं तलाबों का निर्माण करने के साथ-साथ वन लगाए जाएंगे। यह जानकारी मिड हिमाचल जलागम परियोजना के कार्यकारी निदेशक आर.के. गुप्ता ने दी है।

शताब्दी के अंत तक डेढ़ से 2 डिग्री तापमान बढऩे की सम्भावना
वैज्ञानिकों का कहना है कि विश्व में जिस गति से मौसम परिवर्तन हो रहा है, उससे इस शताब्दी के अंत तक डेढ़ से 2 डिग्री तापमान बढऩे की सम्भावना है। इस परियोजना के माध्यम से हिमाचल ने इस स्थिति से निपटने के लिए अभी से ही तैयारी करनी शुरू कर दी है। किसानों को ऐसी पैदावार की सलाह दी जाएगी, जिन फसलों को पानी की जरूरत कम हो। इस परियोजना में इसके अलावा कृषि, बागवानी व पशु पालन इत्यादि क्षेत्र में वैसे ही कार्य किए जाएंगे जैसे मिड डे हिमालय जलागम परियोजना में किए जा रहे थे। 

10 जिलों में शुरू हुई थी मिड हिमालय जलागम परियोजना
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में प्रदेश के 10 जिलों में 660 करोड़ रुपए की मिड हिमालय जलागम परियोजना शुरू हुई थी। शुरूआती दौर में इस परियोजना को 602 पंचायतों में चलाया गया था लेकिन बाद में इस परियोजना में 108 और नई पंचायतों को शामिल कर दिया। वर्तमान में यह परियोजना 710 पंचायतों में चली हुई है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News