यहां पीलिया के रोग से मिलती है मुक्ति, इलाज करवाने दूर-दूर से पहुंचते हैं लोग
punjabkesari.in Sunday, Jan 21, 2018 - 12:20 PM (IST)

काईस (कुल्लु): भले ही विज्ञान ने कितनी ही ऊंचाइयां छू ली हों लेकिन अभी भी समाज में मान्यताएं और आस्था की अपनी ही जगह है। बात हो रही है जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के जहलमां निवासी जोगेंद्र सिंह की जो अपने सिद्ध मंत्रों द्वारा कुल्लू के व्यासा मोड़ स्थित बाबा बांसुरी वाले की दुकान में पीलिया मंत्र से अब तक हजारों लोगों को ठीक कर चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि जोगेंद्र बचपन से ही व्यासा मोड़ स्थित बाबा हेम बहादुर राणा जी के सम्पर्क में आए थे, जिन्होंने आजीवन इस मंत्र विद्या से पीलिया रोग झाड़ने का काम किया था। इन्हीं से गुरु दक्षिणा लेकर वह आज भी हर मंगलवार और शनिवार को पीलिया रोग से मुक्ति के लिए मरीजों को मंत्र फूंकते हैं, जिसका इलाज तय समय 10 से 12 बजे तक के बीच ही किया जाता है। पीलिया अक्सर नवजात शिशुओं में अधिक पाया जाता है जिस कारण अधिकतर जच्चा-बच्चा ही जोगेंद्र के दर में आते हैं।
लोगों का मानना है कि पीलिया को भगाने का एक मात्र उपाय झाड़-फूंक ही है। इसलिए अच्छे-अच्छे लोग भी इस दर में माथा टेकते देखे जा सकते हैं। वह बताते हैं कि वे इस सेवा को अपने गुरु को समर्पित करते हुए बिल्कुल नि:शुल्क करते हैं। अगर किसी ने कोई चढ़ावा चढ़ा भी दिया तो उसे भूतनाथ मन्दिर की सेवा में लगा दिया जाता है। उनका कहना है कि नि:शुल्क सेवा करने से ही मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है और अपने आप को संतुष्टि और गुण भी हासिल होते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं अपने गुरु की परम्परा को आगे बढ़ा रहा हूं। उन्होंने कुल्लू के व्यासा मोड़ में अपने बाल्यकाल में ही बाबा बांसुरी वाले के नाम से दुकान खोली थी जिसमें विभिन्न प्रकार की मूर्तियों, पूजा सामग्री, रत्न, नग व मूंगों के अलावा कान व नाक बींधने का काम भी करते थे। गुरु जी किसी भी इंसान के चेहरे को देखने मात्र से उनके बारे में सब कुछ बता देते थे। उन्हीं से प्रेरित होकर आज जोगेंद्र ने अपने गुरु की कला और व्यवसाय को जिंदा रखा है। विशेष कर पीलिया रोग से मुक्ति के लिए दूर-दूर से लोग इनके पास आते हैं।